मुंबई, 16 दिसंबर (कृषि भूमि ब्यूरो): हल्दी बाजार इस सप्ताह दोतरफा रुझान दिखा रहा है। प्रमुख मंडियों में आवक सीमित होने से स्पॉट बाजार में कीमतें मजबूती के साथ बनी हुई हैं, जबकि दूसरी ओर NCDEX फ्यूचर्स में करेक्शन दर्ज किया गया। ट्रेडर्स मानते हैं कि नई फसल आने में समय है और मौजूदा स्टॉक सीमित है, जिससे फिजिकल बाजार को पर्याप्त समर्थन मिल रहा है। वहीं फ्यूचर्स मार्केट में मुनाफावसूली और तकनीकी संकेतों ने दबाव बनाया है।
स्पॉट बाजार में मजबूती की वजह
देश के प्रमुख हल्दी उत्पादक क्षेत्रों नांदेड़, निजामाबाद, सांगली, एरोड में अभी भी आवक सामान्य से कम है। किसानों द्वारा पुरानी हल्दी की सीमित रिलीज, घरेलू खरीदारी का सामान्य स्तर और एक्सपोर्ट मांग ने मिलकर स्पॉट भाव को ऊंचाई पर बनाए रखा है। इसके अलावा उच्च क्वालिटी की ‘फिंगर’ हल्दी की कमी ने भी बाजार को सपोर्ट दिया है।
मंडी-वार हल्दी रेट (12–15 दिसंबर 2025)
(प्रति क्विंटल औसत व्यापारिक भाव)
| मंडी | हल्दी (गोल्डन फिंगर) | हल्दी (बुलबुल) | आवक |
|---|---|---|---|
| नांदेड़ | ₹12,800–13,400 | ₹11,500–12,000 | बहुत कम |
| निजामाबाद | ₹12,200–12,900 | ₹11,000–11,600 | कम |
| सांगली | ₹13,000–13,800 | ₹11,800–12,200 | सीमित |
| एरोड (तमिलनाडु) | ₹14,500–15,200 | ₹12,300–12,900 | सामान्य से कम |
| धार (मप्र) | ₹12,000–12,700 | ₹10,800–11,400 | कम |
बाजार संकेत:
• दक्षिण भारत में भाव उत्तर की तुलना में अधिक
• एरोड और सांगली में उच्चतम मजबूती
• नांदेड़ में आवक सबसे कमजोर
NCDEX फ्यूचर्स में करेक्शन क्यों आया?
NCDEX हल्दी फ्यूचर्स में हालिया तेजी के बाद मुनाफावसूली शुरू हो गई और बाजार ओवरबॉट ज़ोन में पहुंच गया था। इसके अलावा नई फसल के शुरुआती उत्पादन अनुमान ने मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया।
टेक्निकल चार्ट में भी रेजिस्टेंस दिखने से ट्रेडर्स का रुख सतर्क हो गया। परिणामस्वरूप वायदा कीमतों में गिरावट दर्ज हुई, जबकि स्पॉट बाजार मजबूत बना रहा।
1 महीने का हल्दी ट्रेंड
₹16,000 ┤
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₹15,500 ┤ ╭───╮
│ │ │
₹15,000 ┤ ╭──╯ ╰──╮
│ │ ╰─── कम आवक से रिकवरी
₹14,500 ┤ ╭╯
│ ╭╯
₹14,000 ┤─╯──────────────────────────────
15 Nov 25 Nov 5 Dec 15 Dec
मुख्य बात:
– एक महीने में हल्दी 14,000 → 15,500 रुपये के दायरे तक पहुंची
– 5 दिसंबर के बाद आवक गिरने से फिर तेजी
6 महीने का हल्दी ट्रेंड
₹17,000 ┤
│ ╭──── उच्चतम स्तर
₹16,000 ┤ ╭─────╯
│ │
₹15,000 ┤ ╭────╯
│ │
₹14,000 ┤──╯───────────╮
│ │ कम आवक से रिकवरी
₹13,000 ┤ ╰───────────────
Jun Jul Aug Sep Oct Dec
मुख्य अवलोकन:
– जुलाई में मॉनसून बाधा से तेज बढ़त
– सितंबर–अक्टूबर में करेक्शन
– दिसंबर में बाजार फिर मजबूत
एक्सपोर्ट और घरेलू मांग का असर
- हल्दी की विदेशी मांग स्थिर बनी हुई है, खासकर मध्य–पूर्व और दक्षिण–पूर्व एशिया के बाजारों में।
- घरेलू मसाला उद्योग और फूड प्रोसेसिंग कंपनियों की खरीद नियमित है।
- ये दोनों कारक स्पॉट बाजार में कमजोरी नहीं आने दे रहे।
आगे का रुझान: क्या अपेक्षा करें?
विश्लेषकों के अनुसार, नई फसल की भारी आवक शुरू होने तक स्पॉट बाजार मजबूत रहेगा और फ्यूचर्स में उतार–चढ़ाव जारी रह सकता है। क्वालिटी-ग्रेडेड माल पर प्रीमियम जारी रहेगा। निर्यात ऑर्डर स्थिर रहे तो ऊपरी स्तरों को सपोर्ट मिलता रहेगा। कुल मिलाकर, हल्दी बाजार अभी सप्लाई-ड्रिवन स्ट्रेंथ + फ्यूचर्स करेक्शन के मिश्रित चक्र से गुजर रहा है।
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