तेसालोनिकी: ग्रीस (यूनान) में किसानों का सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। बुधवार देर रात देश के दूसरे सबसे बड़े शहर तेसालोनिकी (Thessaloniki) में किसानों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसके दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई। यह घटना उस समय हुई जब प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस के भाषण स्थल के पास सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की। हालांकि, इस झड़प में किसी के घायल होने या गिरफ्तारी की तत्काल कोई सूचना नहीं मिली है।
प्रदर्शन की मुख्य वजहें
Greece में किसान बीते कई हफ्तों से आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन से होने वाला फसल नुकसान, आर्थिक तंगी और सरकार द्वारा अपेक्षित समर्थन न मिलना शामिल है। विशेष रूप से मध्य यूनान के तेसली (Thessaly) क्षेत्र के किसान काफी प्रभावित हैं, जहां 2023 के अंत में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद अब भी हालात सामान्य नहीं हो सके हैं।
किसानों की मांगें
- जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान की भरपाई – पिछले साल आई भीषण बाढ़ से किसानों की फसलें और कृषि भूमि बर्बाद हो गई थी।
- सरकारी आर्थिक सहायता – वे सब्सिडी और कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं ताकि वे आर्थिक संकट से उबर सकें।
- ईंधन और उर्वरकों की कीमतों में कटौती – महंगे डीजल और खाद्य सामग्री की बढ़ती लागत किसानों के लिए बड़ा संकट बन चुकी है।
- यूरोपीय संघ की नीतियों में बदलाव – किसानों का कहना है कि यूरोपीय संघ की नीतियां छोटे किसानों के हितों के खिलाफ जा रही हैं।
तेसालोनिकी में जबरदस्त प्रदर्शन
मध्य यूनान से आए 1,000 से अधिक प्रदर्शनकारी लगभग 50 ट्रैक्टरों के काफिले के साथ उत्तरी शहर तेसालोनिकी पहुंचे। किसानों ने काले झंडे लहराते हुए और आपातकालीन लाइटें जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने ट्रैक्टरों को सड़कों पर खड़ा कर मुख्य मार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया।
बुधवार रात जब प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस तेसालोनिकी में एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तब प्रदर्शनकारी किसानों ने सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए, लेकिन किसानों और सुरक्षाबलों के बीच हाथापाई हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। हालांकि, अब तक किसी गंभीर हिंसा या गिरफ्तारी की खबर नहीं आई है।
पूरे यूरोप में किसानों के विरोध प्रदर्शन
ग्रीस में हो रहे ये प्रदर्शन यूरोप के कई अन्य देशों में चल रहे किसानों के आंदोलनों का हिस्सा हैं। हाल के महीनों में फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और बेल्जियम जैसे देशों में भी किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर चुके हैं। यूरोप के किसान सरकारों से नीतिगत बदलाव, कृषि क्षेत्र के लिए अधिक सब्सिडी और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
ग्रीस में किसानों का यह आंदोलन खासकर इसलिए महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर काफी निर्भर है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो यह आंदोलन और उग्र हो सकता है।
सरकार की प्रतिक्रिया
ग्रीस सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों से संयम बरतने की अपील की है और कहा है कि उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने संकेत दिया है कि जल्द ही किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी। हालांकि, किसानों का कहना है कि वे ठोस नीतिगत फैसलों तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे।