लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों हो रही बेमौसम बारिश ने भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाई है। मौसम में आए इस बदलाव के पीछे एक जटिल मौसमी प्रणाली सक्रिय है, जिसका असर खासतौर पर राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में देखा जा रहा है।
मौसम वैज्ञानियों के अनुसार, इस बारिश की जड़ें मध्य पाकिस्तान में बने एक चक्रवाती परिसंचरण से जुड़ी हुई हैं। यह चक्रवात निचले वायुमंडल में बना है, जो चारों ओर से हवाओं को अपनी ओर खींच रहा है। इसकी वजह से हरियाणा तक एक द्रोणी (ट्रफ लाइन) बन गई है, जो अरब सागर से नमी से भरपूर हवाओं को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और बुंदेलखंड क्षेत्रों की ओर ले आ रही है।
इन नम हवाओं का टकराव उत्तरी पाकिस्तान से आ रहे एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) से हो रहा है। जब यह तीनों मौसमी तत्व—चक्रवाती परिसंचरण, ट्रफ लाइन और पश्चिमी विक्षोभ—एक साथ सक्रिय होते हैं, तो इससे प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने लगती है।
3 जून को इन जिलों में गरजेंगे बदल और वज्रपात की आशंका
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज यानी सोमवार को प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में आंधी, तेज हवाएं, मेघगर्जन और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। अलर्ट वाले जिलों में देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं सहित कई अन्य जिले शामिल हैं।
तेज हवाओं के झोंकों की भी संभावना
मौसम विभाग ने इन जिलों में 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना जताई है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर खुले क्षेत्रों में बिजली गिरने की आशंका को लेकर। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने भी मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए जरूरी एहतियात बरतने और नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। मौसम में यह बदलाव आगामी कुछ दिनों तक बना रह सकता है।