चंद्रपुर, 16 अक्टूबर (कृषि भूमि ब्यूरो): महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में उर्वरक, बीज और कीटनाशकों की बिक्री में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए किए गए निरीक्षण में ई-पास मशीनों में गंभीर विसंगतियाँ पाई गईं, जिसके बाद जिला प्रशासन ने 36 कृषि केंद्रों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। इस कार्रवाई का उद्देश्य सब्सिडी वाले कृषि आदानों के वितरण में हो रही अनियमितताओं को रोकना है।
राज्य सरकार ने सभी कृषि केंद्रों के लिए ई-पास मशीनों को अनिवार्य किया था, ताकि वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। इन मशीनों के जरिए स्टॉक और बिक्री की जानकारी रियल टाइम में दर्ज होती है। हाल ही में कृषि विभाग के गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षकों ने जिले के विभिन्न कृषि केंद्रों का निरीक्षण किया, जिसमें कई केंद्रों पर स्टॉक रिकॉर्ड और ई-पास मशीनों के डाटा में महत्वपूर्ण अंतर पाया गया।
कृषि वर्ष 2025-26 के मामलों की सुनवाई की अध्यक्षता जिला कृषि अधीक्षक शंकरराव तोतावार ने की, जिसके बाद निम्नलिखित निर्णय लिए गए:
- उर्वरक बिक्री: 13 लाइसेंस रद्द, 8 निलंबित, और 10 चेतावनी
- बीज श्रेणी: 14 लाइसेंस रद्द, 10 चेतावनी
- कीटनाशक बिक्री: 9 लाइसेंस रद्द, 5 चेतावनी
यह कार्रवाई प्रभावित कृषि केंद्रों में भद्रावती, वरोरा, कोरपना, राजुरा, पोंभुर्ना, सिंदेवाही, साओली, मूल, चंद्रपुर, गोंडपिपरी और जिवती तालुका क्षेत्र में की गई। इन कदमों से यह स्पष्ट होता है कि अनियमितताओं की जड़ तक पहुँचने और किसानों को उचित कृषि आदान सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
इस कार्रवाई से यह संदेश दिया गया है कि राज्य सरकार कृषि आदानों की पारदर्शी आपूर्ति के प्रति गंभीर है और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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