Agriculture News

जींद, 13अक्टूबर, (कृषि भूमि ब्यूरो): न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम दाम पर धान की बिक्री को लेकर किसानों ने उचाना कलां अनाज मंडी में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। किसानों का आरोप है कि सरकार द्वारा घोषित एमएसपी पर धान खरीदने के दावों के बावजूद, उन्हें अपनी उपज को औने-पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है। इस मुद्दे पर किसानों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।

किसानों का कहना है कि जीरी किस्म के धान का एमएसपी ₹2,389 प्रति क्विंटल तय किया गया था, लेकिन उन्हें अपनी फसल ₹1,900 से ₹2,000 प्रति क्विंटल के बीच बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके अलावा, किसानों का आरोप है कि मिल मालिकों और अधिकारियों की मिलीभगत से धान की खरीद प्रक्रिया में अनियमितताएं चल रही हैं, जिससे उन्हें अपनी उपज दूसरी मंडियों में ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

धरना स्थल पर जुटे किसान और नेता

इस भूख हड़ताल में पूर्व मंडी अध्यक्ष बलराज श्योकंद, और अन्य किसान शामिल हैं। इसके अलावा, भाकियू (टिकैत) के जिला अध्यक्ष बारूराम और किसान सभा के कई नेता भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे हैं।

आजाद पलवान, जो प्रदर्शन के संयोजक हैं, ने कहा कि अगर सरकार ने जल्दी ही धान खरीद में अनियमितताओं को दूर नहीं किया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। उन्होंने यह भी मांग की कि डीएपी खाद की कमी को दूर किया जाए और पहले से खरीदी गई फसल के स्टॉक को जल्द से जल्द मंडियों से उठाया जाए।

अधिकारियों ने किसानों के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के तहत ही धान की खरीद की जा रही है। वहीं, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मंडी में मिल मालिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी और धान की खरीद प्रक्रिया को तेज किया जाएगा।

SDM द्वारा जांच के दौरान एक किसान की धान की फसल में 16.2% नमी पाई गई, जो मानक सीमा से कम थी, बावजूद इसके किसान की फसल पिछले आठ दिनों से खरीदी नहीं गई है। इस पर प्रदर्शनकारियों ने कड़ा विरोध किया है।

जानकारों का कहना है कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किया गया, तो यह राज्य भर में कृषि संकट का रूप ले सकता है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि मंडी प्रणाली में सुधार और मिल मालिकों की निगरानी की आवश्यकता है, ताकि किसानों को न्यायपूर्ण दाम मिल सके।

===

हमारे लेटेस्ट अपडेट्स और खास जानकारियों के लिए अभी जुड़ें — बस इस लिंक पर क्लिक करें:
https://whatsapp.com/channel/0029Vb0T9JQ29759LPXk1C45

 

 

शेयर :

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें

ताज़ा न्यूज़

विज्ञापन

विशेष न्यूज़

Stay with us!

Subscribe to our newsletter and get notification to stay update.

राज्यों की सूची