नई दिल्ली, 21 नवंबर (कृषि भूमि ब्यूरो): घरेलू गेहूँ बाजार इस समय सुस्त मांग और पर्याप्त आपूर्ति के चलते स्थिर से कमजोर रुझान में है। मिलर्स और प्रोसेसर्स की तरफ से उठाव में कमी के बाद भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने अपने खुले बाजार बिक्री कार्यक्रम (OMSS) के तहत आयोजित ई-नीलामियों में बदलाव करते हुए तय किया है कि नीलामी अब प्रत्येक सप्ताह के बजाय हर पखवाड़े आयोजित की जाएगी।

कम उठाव के चलते नीलामी के अंतराल में बढ़ोतरी
वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक FCI फिलहाल 15-दिन के अंतराल पर नीलामी आयोजित करेगा। इस दौरान मिलर्स-प्रोसेसर्स की खरीद रुचि का पुनः मूल्यांकन किया जाएगा। नीलामी के लिए ऑफर की जाने वाली गेहूँ की कुल मात्रा में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।

पिछले सप्ताह की नीलामी में FCI ने 2 लाख टन गेहूँ बिक्री के लिए ऑफर किया था, लेकिन सिर्फ 36% स्टॉक की ही बिक्री हो सकी। यह लगातार कम उठाव बाजार में पर्याप्त आपूर्ति और कमजोर सक्रिय मांग का संकेत है।

क्यों नहीं बिक रहा सरकारी गेहूँ?
मिलर्स का कहना है कि इस समय खुले बाजार में गेहूँ की उपलब्धता सहज है और कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इसके मुकाबले सरकारी गेहूँ तुलनात्मक रूप से महंगा पड़ रहा है क्योंकि OMSS के तहत रिजर्व प्राइस ₹2,550 प्रति क्विंटल तय है, जिसमें परिवहन लागत शामिल नहीं होती। स्थानीय मंडियों में ज्यादा आकर्षक दरों पर सामान मिल रहा है, इसलिए खरीददार FCI की नीलामी में कम रुचि दिखा रहे हैं।

सीज़न की पहली नीलामी भी कमजोर रही
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली नीलामी 12 नवंबर को आयोजित हुई थी, जिसमें 2 लाख टन के मुकाबले सिर्फ 72,856 टन का उठाव हो पाया। इसके विपरीत पिछले वर्ष सितंबर से शुरू नीलामियों में, आपूर्ति की कमी और मजबूत मांग के चलते बड़ी मात्रा में सरकारी स्टॉक बिक चुका था।

सरकार ने तय किया 30 लाख टन का लक्ष्य
सरकार ने OMSS के तहत 2025-26 के लिए 30 लाख टन गेहूँ बिक्री का वार्षिक कोटा निर्धारित किया है। यह नीलामी प्रक्रिया 31 मार्च 2026 तक चलेगी। शुरुआती दो नीलामियों में कमजोर उठाव से संकेत मिलता है कि इस बार बाजार की मांग अपेक्षाकृत कमज़ोर है और निजी स्टॉक पर्याप्त है।

बाजार का संकेत
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल गेहूँ की उपलब्धता सहज है, जिससे भाव पर दबाव बना हुआ है। जब तक मांग में सुधार नहीं आता या निजी स्टॉक कम नहीं होता, कीमतों में तेज़ी की संभावना सीमित रहेगी।

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