नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (कृषि भूमि ब्यूरो): सरकार की महत्वाकांक्षी ‘श्रीअन्न’ योजना के अंतर्गत मोटे अनाजों की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। इसमें मक्का, बाजरा और ज्वार प्रमुख फसलें हैं जिन्हें MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीदा जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को उचित मूल्य दिलाना, मोटे अनाजों को प्रोत्साहन देना और पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
MSP की घोषणा पहले ही कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा की जा चुकी है। मक्का, बाजरा और ज्वार के लिए यह मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में 5-10% अधिक है।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसानों को भुगतान 48 घंटे के भीतर उनके पंजीकृत बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इससे न केवल किसानों को समय पर भुगतान मिलेगा, बल्कि उनकी नकदी की ज़रूरतें भी पूरी होंगी।
MSP दरें (2025-26) मोटे अनाजों के लिए:
फसल का नाम | न्यूनतम समर्थन मूल्य (₹ / क्विंटल) |
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मक्का | ₹2,090 |
बाजरा | ₹2,500 |
ज्वार (हाइब्रिड) | ₹2,970 |
ज्वार (मालदांडी) | ₹2,990 |
सरकार का उद्देश्य:
- पोषण सुरक्षा: मोटे अनाजों में फाइबर, प्रोटीन, और आवश्यक खनिज अधिक होते हैं, जिससे ये पोषण के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं।
- जलवायु अनुकूल खेती: मक्का, बाजरा, ज्वार कम पानी में भी उगाए जा सकते हैं, जिससे ये जलवायु परिवर्तन के दौर में टिकाऊ विकल्प हैं।
- आर्थिक मजबूती: सरकारी खरीद से किसानों को सीधे लाभ मिलेगा और बाजार में मूल्य गिरने की स्थिति में भी सुरक्षा मिलेगी।
राज्यों में खरीद केंद्र सक्रिय:
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और हरियाणा जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में हजारों खरीद केंद्र सक्रिय किए गए हैं। किसानों को केवल अपने दस्तावेज़ व पंजीकरण के साथ केंद्र पर जाना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा देगा और जलवायु-स्मार्ट एग्रीकल्चर की दिशा में देश को आगे ले जाएगा। इससे किसान फसल विविधता की ओर भी प्रेरित होंगे।
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