नई दिल्ली 24 सितंबर (कृषि भूमि ब्यूरो):
भारत दुनिया का सबसे बड़ा केला उत्पादक देश है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के अनुसार, भारत हर साल करीब 3.3 करोड़ टन केले उगाता है, जो वैश्विक उत्पादन का लगभग 25% हिस्सा है। इसके बावजूद भारत का केला निर्यात वैश्विक बाजार में केवल 1% ही है।
इसकी सबसे बड़ी वजह है – एक्सपोर्ट क्वालिटी के मानकों को पूरा न कर पाना।
क्यों नहीं होते हमारे केले निर्यात योग्य?
- भारत में उगाए जाने वाले ज्यादातर केले घरेलू उपभोग के लिए होते हैं।
- फलों पर दाग-धब्बे, कटाव और असमान आकार उनकी क्वालिटी कम कर देते हैं।
- कई जगहों पर बीमारी और कीट प्रकोप के कारण केले का रंग और गुणवत्ता प्रभावित होती है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में समान आकार, चमकदार और धब्बा-रहित फल की मांग रहती है।
किसानों को क्या करना होगा?
यदि किसान सही तकनीक अपनाएं तो वे आसानी से एक्सपोर्ट क्वालिटी के केले उगा सकते हैं। इसके लिए जरूरी है –
- सही पौध का चुनाव:
- ऊतक संवर्धन (tissue culture) से तैयार पौध सबसे बेहतर मानी जाती है।
- ये पौधे बीमारी-मुक्त और एकसमान विकास वाले होते हैं।
- किसान इन पौधों को राष्ट्रीय केले अनुसंधान केंद्र (नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन बनाना, त्रिची) या प्रमाणित नर्सरी से प्राप्त कर सकते हैं।
- बीमारी और कीट प्रबंधन:
- पनामा विल्ट और सिगाटोका जैसी बीमारियों से बचाव के लिए नियमित निगरानी जरूरी है।
- फफूंदनाशक और जैविक उपायों का समय पर छिड़काव करना चाहिए।
- दाग-धब्बों से बचाव:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में केले के दिखने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
- केले के गुच्छों पर पॉलीबैग कवर का उपयोग करने से धूप, कीट और धूल से बचाव होता है।
- कटाई के समय सावधानी बरतना और फलों को किसी भी तरह के झटके से बचाना भी जरूरी है।
- कटाई और पैकिंग:
- केले को अर्ध-पके अवस्था में काटा जाना चाहिए ताकि वे शिपमेंट के दौरान खराब न हों।
- अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार पैकिंग और कोल्ड चेन का पालन करना जरूरी है।
किसानों को मिलेगा फायदा
यदि किसान इन तकनीकों को अपनाते हैं तो:
- उन्हें घरेलू बाजार की तुलना में 2 से 3 गुना अधिक दाम मिल सकते हैं।
- भारत का केला निर्यात भी तेजी से बढ़ेगा।
- खासकर मध्य पूर्व और यूरोप के बाजारों में भारतीय केले की मांग बढ़ सकती है।
===
हमारे लेटेस्ट अपडेट्स और खास जानकारियों के लिए अभी जुड़ें — बस इस लिंक पर क्लिक करें: