मुंबई, 03 अक्टूबर (कृषि भूमि ब्यूरो):
देश के कई हिस्सों में हो रही लगातार बारिश से हल्दी उत्पादक क्षेत्रों में फसल को नुकसान की आशंका गहराती जा रही है। इस आशंका के चलते हल्दी के हाजिर भाव (स्पॉट प्राइस) में मजबूती देखी गई है, वहीं वायदा बाजार (फ्यूचर्स मार्केट) में भी हल्दी की कीमतों में 1% से 1.5% तक की तेजी दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे प्रमुख हल्दी उत्पादक राज्यों में भारी वर्षा के कारण खेतों में जलभराव और फसल सड़ने की स्थिति बन गई है। इससे फसल की उपलब्धता पर असर पड़ सकता है और इसी कारण बाजार में भाव चढ़ने लगे हैं।
एक स्थानीय व्यापारी के अनुसार,”हल्दी की नई फसल अभी खेत में ही है और बारिश से अगर यह ज्यादा प्रभावित हुई, तो आने वाले दिनों में आपूर्ति में गिरावट हो सकती है।”
हाजिर और वायदा बाजार की स्थिति:
बाजार प्रकार | आज का भाव (₹/क्विंटल) | कल के मुकाबले बदलाव |
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हाजिर बाजार | ₹15,800 – ₹16,200 | +₹200 – ₹300 |
अक्टूबर वायदा (NCDEX) | ₹16,400 | +1.2% |
नवम्बर वायदा (NCDEX) | ₹16,850 | +1.5% |
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मौसम का यही रुख जारी रहा, तो हल्दी की कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही, स्टॉकिस्ट्स द्वारा खरीदारी में बढ़ोतरी भी कीमतों को सहारा दे रही है।
कृषि बाज़ार विश्लेषक सुबोध मिश्रा कहते हैं, “फसल नुकसान की चिंता, कमजोर आपूर्ति और स्टॉकिस्ट मांग — ये तीनों कारक कीमतों को ऊंचा बनाए रख सकते हैं।” ऐसे में हल्दी की खुदाई और भंडारण के समय नमी से बचाव के उपाय करना जरूरी है। इसके अलावा, किसान भाई बाजार भाव की स्थिति पर नजर बनाए रखें और जल्दबाज़ी में फसल बेचने से बचें।
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