आम जनता में लोकप्रिय हो रहा है ‘भारत चावल’ और ‘ भारत आटा, बाजार से है कम कीमत

बढ़ती महंगाई को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्र सरकार ने आम आदमी को सस्ते दामों पर आटा,चावल और दाल उपलब्ध कराया। जिसका अब पब्लिक से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। थाली पर बढ़ते बोझ को कम करने के इरादे से भारत आटा और भारत दाल के बाद केंद्र सरकार ने सस्ती दरों पर चावल भी बाजार में भारत चावल नाम से लॉन्च किया।

15 -15 लाख टन बिक्री की उम्मीद

केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि सरकार को अगले 4-5 महीनों में भारत ब्रांड के तहत 15-15 लाख टन चावल और आटा बेचने की उम्मीद है। अन्य ब्रांडों की तुलना में भारत ब्रांड के सामान की कीमत बाजार मूल्य से कम है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। चोपड़ा ने कहा कि सरकार की तीन एजेंसियों के माध्यम से भारत में चावल और आटे की खुदरा बिक्री की जा रही है। नेफेड, एनसीसीएफ और केंद्रीय गोदाम के माध्यम से की जा रही है।

भारत ब्रांड वस्तुओं की दरें

भारत ब्रांड के तहत गेहूं का आटा 27.50 रुपये प्रति किलो, चावल 29 रुपये प्रति किलो और दालें 60 रुपये प्रति किलो बेची जा रही हैं। आटा, चावल और दालें 5 और 10 किलो के बैग में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इन उत्पादों का विपणन नाफेड, एनसीसीएफ और केन्द्रीय भंडार जैसी सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। इसके अलावा ग्राहक इन चीजों को मदर डेयरी के सफल स्टोर से भी खरीद सकते हैं।

पिछले साल नवंबर में ‘भारत आटा’ की बिक्री हुई शुरू

बाजार में कीमत को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल नवंबर से ‘भारत आटा’ की बिक्री शुरू की है। ‘भारत राइस’ की बिक्री 6 फरवरी से शुरू कर दी गई है। सचिव चोपड़ा ने दावा किया है कि भारत आटा के लॉन्च के बाद बाजार की कीमतें स्थिर हो गई हैं और भारत राइस बाजार में चावल के साथ-साथ आटे की कीमतों को भी नियंत्रित करेगा।

सरकार को है अच्छी बिक्री की उम्मीद

चोपड़ा ने कहा कि हालांकि भारत में चावल की बिक्री की मात्रा फिलहाल कम है, लेकिन आने वाले दिनों में इसके बढ़ने की संभावना है। “हमें अगले 4-5 महीनों में 15 लाख टन चावल और 15 लाख टन गेहूं का आटा बेचने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि यह शुरुआती चरण है और अगर मांग बढ़ती है तो हम और आपूर्ति कर सकते हैं। भारत ब्रांड के तहत अब तक लगभग 3.5 लाख टन गेहूं का आटा और 20 हजार टन चावल बेचा जा चुका है।

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