मुंबई, 4 अक्टूबर (कृषि भूमि ब्यूरो): देश के प्रमुख मसाला उत्पादक क्षेत्रों में से एक केरल के इडुक्की ज़िले में छोटी इलायची की कीमतों में पिछले कुछ दिनों के मुकाबले हल्का सुधार देखा गया है। हालांकि बाजार विशेषज्ञों और व्यापारियों के अनुसार, नीलामी केंद्रों पर इलायची (Cardamom) की मांग अब भी बेहद कमजोर बनी हुई है, और कुल उठाव (pickup) दर 90% से कम ही रही है।
नीलामी केंद्रों पर पहुंच रही इलायची की आवक में हाल ही में बढ़ोतरी देखने को मिली है, लेकिन खरीदारों की सक्रियता में अपेक्षित उछाल नहीं आया। व्यापारियों के अनुसार, इस समय औसत कीमत ₹1,400 से ₹1,550 प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है, जो पिछले सप्ताह की तुलना में कुछ बेहतर है, लेकिन यह अब भी किसानों और थोक विक्रेताओं के लिए संतोषजनक नहीं है।
मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह की नीलामी में करीब 75 टन इलायची की पेशकश हुई, जिसमें से सिर्फ 65–68 टन का ही उठाव हो सका। यानि कुल उठाव दर 90% के नीचे रही, जो आमतौर पर सीजन में 95% या उससे ऊपर होती है।
कम उठाव की वजहें कई हैं — एक ओर त्योहारों का सीजन करीब है, लेकिन उपभोक्ता मांग में अब तक सुस्ती बनी हुई है। वहीं, बांग्लादेश, मिडल ईस्ट और श्रीलंका जैसे बड़े निर्यात बाजारों में मांग धीमी है, जिससे निर्यातकों ने खरीदारी में रुचि कम दिखाई है। इसके अतिरिक्त, बढ़ती परिवहन लागत और विदेशी मुद्रा विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव ने भी व्यापारियों को सतर्क कर दिया है।
किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही बाजार में स्थिरता नहीं आई, तो इलायची उत्पादन घाटे का सौदा हो जाएगा। सरकार से मांग की जा रही है कि मसाला उत्पादकों के लिए प्रोत्साहन पैकेज और निर्यातकों को राहत दी जाए ताकि बाज़ार में स्थिरता लाई जा सके।
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