नई दिल्ली, 17 दिसंबर (कृषि भूमि ब्यूरो): महाराष्ट्र में किसानों की बदहाली की एक और भयावह तस्वीर सामने आई है। चंद्रपुर जिले के एक किसान ने आरोप लगाया है कि साहूकारों के कर्ज से मुक्ति पाने के लिए उसे अपनी किडनी बेचने पर मजबूर किया गया। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार साहूकारों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना ऐसे राज्य से सामने आई है जहां देश की आर्थिक राजधानी मुंबई स्थित है और जहां सबसे अधिक संपन्न लोग रहते हैं।
किसान ने 40 फीसदी ब्याज पर लिया कर्ज
नागभिड़ तहसील के मिंथुर गांव निवासी किसान रोशन सदाशिव कुडे (42) ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 2021 और जून 2023 के बीच चार स्थानीय साहूकारों से 40 प्रतिशत मासिक ब्याज दर पर करीब एक लाख रुपये का कर्ज लिया था।
कुडे ने यह कर्ज अपने छोटे डेयरी व्यवसाय में बीमार गायों के इलाज के लिए लिया था। उन्हें उम्मीद थी कि हालात सुधर जाएंगे, लेकिन उल्टा वह साहूकारों के जाल में फंसते चले गए।
कर्ज बढ़ता गया, दबाव और धमकियां तेज होती गईं
कुडे का आरोप है कि एक साहूकार ने अत्यधिक ब्याज वसूला और जब उन्होंने किसी तरह रकम लौटाई, तो यह कहकर दबाव बनाया गया कि मूलधन अभी बाकी है। इसके बाद उसे दूसरे साहूकार के पास भेज दिया गया, जहां और ज्यादा ब्याज पर नया कर्ज दिलवाया गया।
शिकायत के अनुसार, जल्द ही मूल रकम पर हर महीने 40 फीसदी ब्याज लगने लगा। खेती की पैदावार खराब होने से उसकी देनदारियां तेजी से बढ़ती चली गईं।
किडनी बेचने का ‘सुझाव’, विदेश में हुई सर्जरी
किसान के दावे के मुताबिक, साहूकारों में से एक ने उसे किडनी बेचने का सुझाव दिया। इसके बाद एक एजेंट उसे पहले कोलकाता ले गया, जहां मेडिकल जांच कराई गई और फिर कंबोडिया भेज दिया गया।
14 अक्टूबर 2024 को वहां उसकी किडनी निकालने के लिए सर्जरी की गई। इसके बदले कुडे को 8 लाख रुपये मिले।
₹1 लाख का कर्ज बना ₹74 लाख
कुडे का कहना है कि साहूकारों द्वारा लगाए गए भारी ब्याज के चलते एक लाख रुपये का कर्ज बढ़कर 74 लाख रुपये तक पहुंच गया था। किडनी बेचकर मिले 8 लाख रुपये भी इस बोझ को कम करने के लिए नाकाफी साबित हुए।
उन्होंने आरोप लगाया कि साहूकार उनके घर बार-बार आते थे, उन्हें बंधक बनाकर रखते थे और मारपीट व धमकी देते थे।
जमीन, ट्रैक्टर और घर का सामान भी बेचना पड़ा
कर्ज से निकलने के लिए किसान ने
- दो एकड़ जमीन,
- अपना ट्रैक्टर,
- और घर का सामान तक बेच दिया,
लेकिन इसके बावजूद कर्ज खत्म नहीं हुआ। आखिरकार मजबूरी में उन्होंने अपना अंग बेचने का फैसला किया।
पुलिस ने दर्ज किया गंभीर धाराओं में मामला
किसान की शिकायत के आधार पर ब्रह्मपुरी पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ
- आपराधिक साजिश
- गंभीर चोट पहुंचाने
- गलत तरीके से कैद
- जबरन वसूली
- आपराधिक धमकी
- महाराष्ट्र साहूकारी (विनियमन) अधिनियम
के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने शिकायत में नामजद सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस जांच जारी, सख्त कार्रवाई का भरोसा
चंद्रपुर के एसपी मुमक्का सुदर्शन की निगरानी में ब्रह्मपुरी थाने के पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद बनबाले मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने पीड़ित किसान को न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है।
दरअसल, यह मामला महाराष्ट्र में किसान कर्ज संकट की भयावह सच्चाई को उजागर करता है, जहां अवैध साहूकारों के दबाव में एक किसान को अपनी जान से जुड़ा अंग तक बेचने पर मजबूर होना पड़ा।
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