किसान आंदोलन: देश भर में कैंडल मार्च निकालेंगे किसान, फूंका जाएगा सरकार का पुतला

पंजाब हरियाणा सीमा पर डेरा डाले हुए प्रदर्शनकारी किसानों ने 29 फरवरी तक विरोध स्थल पर कई कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। इस विरोध के चलते आज किसान शंभू और खनौरी पर कैंडललाइट मार्च निकालेंगे। कल किसानों ने काला दिवस मनाया और शाम को किसानों और पुलिस के बीच बड़े पैमाने पर टकराव हुआ। जब आगे की कार्यवाही पर चर्चा करने के लिए बैठक के बाद हजारों प्रदर्शनकारी खनौरी सीमाओं के पास एकत्र हुए। किसान नेताओं का दावा है कि पुलिस ने आसूं गैस छोड़ी और किसान नेताओं को हिरासत में लिया। पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों दोनों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। किसान मजदूर मोर्चा के नेता पंढेर ने कहा कि आज कैंडल मार्च निकाला जाएगा।

दरअसल ,गारंटी कानून और अन्य प्रमुख मांगों को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच यहां एक और किसान की मौत हो गई है. मृत किसान की पहचान 62 वर्षीय दर्शन सिंह के रूप में हुई है और प्रदर्शनकारियों में गुस्से का माहौल है. इसके चलते आज शनिवार (24 तारीख) को दर्शन सिंह और अन्य तीन मृत किसानों की याद में कैंडल मार्च निकाला जाएगा. इसके साथ ही प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने शंभू और खनौरी दोनों जगहों पर विश्व व्यापार संगठन, कॉरपोरेट सेक्टर और सरकार के पुतले जलाने की चेतावनी दी है.

29 फरवरी के बाद तय होगी राणनीति

साथ ही मजूर किसान मोर्चा के नेता श्रवण पंढेर ने जानकारी दी है कि अगली रणनीति 29 फरवरी को तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि दर्शन सिंह की मौत से सभी किसान दुखी हैं और शनिवार यानी आज कैंडल मार्च निकाला जाएगा। पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर जान गंवाने वाले दर्शन सिंह के पोस्टमार्टम का विरोध किया है। क्योंकि उन्हें पैसा नहीं, न्याय चाहिए। किसान नेताओं का कहना है कि दिल्ली चलो मोर्चा के तहत चल रहे आंदोलन के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है। बठिंडा जिले के अमरगढ़ गांव के 62 वर्षीय किसान दर्शन सिंह 13 फरवरी से खनौरी बॉर्डर पर रह रहे थे। हार्ट अटैक आने से मौत हो गयी इसलिए उन्होंने केंद्र सरकार से पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

एफआईआर होने के बाद ही होगा किसान का अंतिम संस्कार

किसान नेताओं ने कहा कि जब तक पंजाब सरकार FIR दर्ज नहीं करेगी तब तक मारे गए किसान शुभकरण के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। किसान नेताओं ने ये भी घोषणा की है कि वे दिल्ली मार्च में अगला कदम तय करने के लिए 29 फरवरी को एक और बैठक करेंगे। तब तक ,प्रदर्शनकारी सीमा पर रहेंगे और वहां विरोध मार्च ,पुतला दहन और सेमीनार सहित कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

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