नई दिल्ली, 25 सितंबर (कृषि भूमि ब्यूरो):
केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने किसानों के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज के समय में यह आवश्यक हो गया है कि किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिले और उन्हें बायोफ्यूल उत्पादन जैसे वैकल्पिक साधनों की ओर प्रोत्साहित किया जाए।
गडकरी ने कहा कि “देश के लाखों किसान आज भी आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं। उन्हें अपनी फसलों का सही दाम नहीं मिल पाता। ऐसे में बायोफ्यूल एक ऐसा क्षेत्र है, जो किसानों को अतिरिक्त आमदनी दे सकता है और देश को भी ग्रीन एनर्जी की ओर ले जा सकता है।”
उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना, धान और मक्का जैसी फसलों से इथेनॉल उत्पादन संभव है और इसके लिए सरकार नीति स्तर पर सहायक योजनाएं बना रही है।
सड़क और ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की ज़रूरत
गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि पेट्रोलियम आयात पर निर्भरता कम करने के लिए देश को स्वदेशी बायोफ्यूल की ओर बढ़ना होगा। इससे जहां प्रदूषण में कमी आएगी, वहीं किसानों को भी सीधे आर्थिक लाभ मिलेगा।
कृषि और ऊर्जा का समन्वय
बायोफ्यूल सिर्फ एक ऊर्जा स्रोत नहीं, बल्कि यह किसानों के लिए एक अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन सकता है। गडकरी ने किसानों से आग्रह किया कि वे पारंपरिक खेती के साथ-साथ ऊर्जा फसलों की ओर भी ध्यान दें।
कृषि विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकार यदि बायोफ्यूल के लिए खरीद गारंटी नीति लागू करे, तो यह किसानों के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगा। साथ ही बायोफ्यूल उद्योग को बढ़ावा देकर ग्रामीण रोजगार भी सृजित किया जा सकता है।
कुलमिलाकर, गडकरी का यह आह्वान न केवल किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकता है, बल्कि यह देश को स्वच्छ, हरित और आत्मनिर्भर ऊर्जा की ओर भी ले जाएगा।
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