किसान संवाद में सीएम योगी बोले-पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण कर्ज में डूबे किसान थे सुसाइड को मजबूर

उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को घोषणा की कि सरकार ने गन्ने की खरीद के एसएपी में 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। यूपी कैबिनेट द्वारा इस फैसले को मंजूरी दिए जाने के बाद सीएम योगी ने शुक्रवार को लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर यूपी के गन्ना किसानों से बातचीत की और उन्हें सरकार की किसान मित्र नीतियों को जारी रखने का आश्वासन दिया। योगी ने कहा कि पहले की सरकारें किसान की अनदेखी करती थीं, इस वजह से किसान आत्महत्या के मामले बढ़ रहे थे। अब सरकार बदलने पर नजरिया बदला है और वही किसान आज प्रदेश के विकास को गति दे रहे हैं। इस मौके पर प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसानों ने गन्ने के मूल्य में वृद्धि के लिए सीएम योगी को धन्यवाद दिया।

यूपी सरकार ने किसानों को कर्ज के जाल से निकालने के लिए लागू किया योगीकिसान कल्याण की योजनाओं को कारगर बताया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके समानांतर यूपी में 86 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया है। इसके अलावा साल 2017 से पहले राज्य के कर्ज में डूबे किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे। खेती के लिए बिजली, खाद और सिंचाई की व्यवस्था नहीं थी।

योगी ने गन्ना किसानों से कहा कि पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण चीनी मिलें बंद हो रही थीं। 2017 से पहले, यूपी में मुश्किल से 110 चीनी मिलें चल रही थीं। 2010 से 2017 के बीच गन्ना किसानों का बकाया भी लगातार बढ़ रहा था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सबसे पहले गन्ना किसानों का बकाया चुकाया और 120 चीनी मिलों को चालू किया। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना के दौरान जब देश के अन्य राज्यों में चीनी मिलें बंद हो रही थीं, तब यूपी में चाइना मिलें मजबूती से चल रही थीं। इसी का नतीजा है कि पिछले साढ़े छह साल में डबल इंजन की सरकार ने लगभग 7 लाख करोड़ की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी है।

अभिषेक से पहले दिए गए उपहार

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो गन्ना किसानों को गन्ने का समर्थन मूल्य 315 रुपये प्रति क्विंटल दिया गया, लेकिन वह पैसा भी उन्हें नहीं मिला। हमने इस पर काम शुरू किया और आज 120 चीनी मिलों में से 105 चीनी मिलें 10 दिनों के भीतर गन्ने का मूल्य चुका रही हैं। चीनी मिलों से गन्ना किसानों को शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।

आज गन्ना किसानों को 370 रूपए प्रति क्विंटल पर गन्ने का समर्थन मूल्य दिया जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार अयोध्या धाम में भगवान राम की प्राणाचार करने जा रही है। भगवान की पूजा से पहले अन्नपूर्णा देवता को भोग लगाया जाता है, इसलिए सरकार ने गन्ना किसानों को अभिषेक से पहले एसएपी में वृद्धि का तोहफा दिया है। सीएम योगी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि डबल इंजन की सरकार पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ उनके साथ खड़ी है।

योगी ने कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष यूपी के 4 आम उत्पादक किसानों को मास्को भेजा था। 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रहे आम 800 से 1000 रुपये प्रति किलो के भाव से मॉस्को के बाजार में पहुंचे। इससे किसानों की आय बढ़ रही है और वे समृद्ध हो रहे हैं। यह डबल इंजन सरकार की किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

किसानों ने जताया आभार

इस मौके पर किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने गन्ने के एसएपी में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य वृद्धि का तोहफा देकर योगी सरकार ने साबित कर दिया है कि किसानों के हितों के लिए यह सरकार किसानों के साथ खड़ी है। योगी सरकार के इस फैसले से प्रदेश के सभी किसानों की वैल्यू बढ़ती है।

संवाद कार्यक्रम में मेरठ के गन्ना किसान ओमवीर चौधरी ने कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा से पहले गन्ने की कीमतों में हुई वृद्धि से प्रदेश के किसान खुश हैं। उन्होंने युवाओं को रोजगार देने और बड़े पैमाने पर यूपी पुलिस की भर्ती के लिए भी सरकार को धन्यवाद दिया।

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