नई दिल्ली, 27 दिसंबर (कृषि भूमि ब्यूरो): देश के दाल बाजार में तूर (अरहर) दाल की कीमतों में मजबूती का रुख बना हुआ है। खासतौर पर देसी बिल्टी और अफ्रीकन ओरिजिन की तूर में सीमित उपलब्धता और निरंतर मांग के चलते बाजार मजबूत स्थिति में कारोबार कर रहा है। मिलर्स और स्टॉकिस्ट इन दोनों ओरिजिन में सक्रिय खरीदारी कर रहे हैं, जिससे भावों को स्थायी सपोर्ट मिल रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि नई फसल की आवक फिलहाल अपेक्षा से कमजोर है, जबकि पुराने स्टॉक भी सीमित दायरे में हैं। इसी कारण अच्छी क्वालिटी की देसी तूर पर प्रीमियम बना हुआ है और अफ्रीकन ओरिजिन भी मजबूती के साथ टिके हुए हैं।
बर्मा लेमन में हल्की नरमी
इसके विपरीत, बर्मा लेमन तूर में हल्की नरमी देखने को मिल रही है। आयातित माल की उपलब्धता तुलनात्मक रूप से बेहतर रहने और कुछ प्रमुख उपभोक्ता बाजारों में मांग सुस्त पड़ने से इसके भावों पर दबाव है। हालांकि यह नरमी फिलहाल सीमित दायरे में है और बाजार में बड़ी गिरावट के संकेत नहीं हैं।
देश की प्रमुख मंडियों में तूर दाल के भाव क्वालिटी और आवक के अनुसार मजबूत दायरे में बने हुए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर तूर दाल के मंडी भाव मजबूत दायरे में बने हुए हैं। देशभर की मंडियों में इसका न्यूनतम भाव करीब ₹9,500 प्रति क्विंटल, जबकि अधिकतम भाव ₹10,700 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया है। कुल मिलाकर औसत कारोबार ₹10,000 प्रति क्विंटल के आसपास चल रहा है।
महाराष्ट्र की प्रमुख मंडियों में भी कीमतों में मजबूती दिखाई दे रही है। यहां न्यूनतम भाव लगभग ₹8,400 प्रति क्विंटल रहा, जबकि अच्छी क्वालिटी का माल ₹12,000 प्रति क्विंटल तक बिका। राज्य में तूर दाल का औसत भाव ₹10,500 से ₹10,700 प्रति क्विंटल के दायरे में बना हुआ है।
वहीं कुछ क्षेत्रीय मंडियों की बात करें तो शेवगांव (अहमदनगर) में तूर दाल के भाव ₹7,000 से ऊपर, मूर्तिजापुर (अकोला) में ₹7,200 से अधिक और नागपुर मंडी में कीमतें ₹7,250 प्रति क्विंटल के आसपास दर्ज की गई हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि मंडी भाव स्थानीय आवक, नमी और माल की क्वालिटी के अनुसार घट-बढ़ सकते हैं।
आगे का बाजार रुख
बाजार के आउटलुक पर नजर डालें तो देसी बिल्टी तूर में सीमित स्टॉक और मजबूत मांग के चलते आने वाले दिनों में भी भाव मजबूत बने रहने की संभावना है। इसी तरह अफ्रीकन ओरिजिन की तूर में आपूर्ति अपेक्षाकृत स्थिर रहने के बावजूद मांग अच्छी बनी हुई है, जिससे बाजार को लगातार सपोर्ट मिल रहा है। वहीं बर्मा लेमन तूर में उपलब्धता बेहतर रहने के कारण भावों में हल्की नरमी देखी जा सकती है, हालांकि मौजूदा परिस्थितियों में इसमें किसी बड़ी गिरावट की आशंका फिलहाल कम मानी जा रही है।
कुल मिलाकर तूर दाल बाजार में देसी बिल्टी और अफ्रीकन ओरिजिन की मजबूती से तेजी का माहौल बना हुआ है। वहीं बर्मा लेमन में फिलहाल हल्का दबाव जरूर है, लेकिन समग्र बाजार संतुलित और मजबूत दिखाई दे रहा है। आने वाले दिनों में नई फसल की आवक और आयात की स्थिति के आधार पर बाजार की आगे की दिशा तय होगी।
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