नई दिल्ली, 23 अगस्त (कृषि भूमि ब्यूरो):
केंद्र सरकार ने कहा है कि चालू खरीफ सीजन (Kharif) के दौरान देशभर में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है और किसानों को आवश्यकतानुसार उर्वरक (Fertilizer) उपलब्ध कराए जा रहे हैं। रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने जानकारी दी है कि खरीफ 2025 के लिए अब तक उर्वरकों की पर्याप्त व्यवस्था की जा चुकी है।
मंत्रालय के अनुसार, खरीफ सीजन के दौरान यूरिया की आनुपातिक आवश्यकता लगभग 143 लाख मीट्रिक टन आंकी गई थी, जबकि देशभर में यूरिया की कुल उपलब्धता 183 लाख मीट्रिक टन दर्ज की गई है। उपलब्ध यूरिया में से 155 लाख मीट्रिक टन पहले ही वितरित या बेचा जा चुका है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मांग से अधिक मात्रा में उर्वरक स्टॉक में मौजूद है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यूरिया के अलावा अन्य आवश्यक उर्वरकों जैसे डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट), एमओपी (म्यूरेट ऑफ पोटाश) और एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश और सल्फर मिश्रण) की आपूर्ति भी लगातार की जा रही है, जिससे किसानों को उनकी फसलों के अनुसार संतुलित पोषण प्रदान हो सके।
मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में उर्वरकों के वितरण पर नजर बनाए रखें ताकि कालाबाजारी या जमाखोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न न हों। साथ ही, सरकार डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से उर्वरक वितरण की निगरानी कर रही है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
केंद्र सरकार ने भरोसा दिलाया है कि खरीफ सीजन के अंत तक उर्वरकों की कोई किल्लत नहीं होगी और किसानों को समय पर सभी आवश्यक उर्वरक उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उत्पादन में वृद्धि और कृषि क्षेत्र की स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
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