नई दिल्ली, 16 सितंबर (कृषि भूमि ब्यूरो):
देशभर की प्रमुख मंडियों में गेहूं की कीमतों का रुख इस समय स्थिर से कमजोर बना हुआ है। इसके पीछे प्रमुख कारण ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) को लेकर चल रही अटकलें मानी जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, सरकार घरेलू बाजार में आपूर्ति संतुलित रखने और मूल्य वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए जल्द ही OMSS के तहत खाद्य निगम (FCI) से अतिरिक्त गेहूं बेचने का निर्णय ले सकती है। इस संभावना ने व्यापारियों और स्टॉकिस्टों को सतर्क कर दिया है, जिसके चलते मंडियों में खरीदारी का दबाव घटा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से गेहूं की कीमतों में हल्की तेजी देखने को मिल रही थी, लेकिन OMSS की संभावनाओं ने इस तेजी पर ब्रेक लगा दिया है। वर्तमान स्थिति में गेहूं का भाव विभिन्न मंडियों में स्थिर से कमजोर रुख दर्शा रहा है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यदि सरकार वास्तव में OMSS के तहत अतिरिक्त स्टॉक जारी करती है तो आने वाले दिनों में गेहूं की कीमतों में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं, अगर निर्णय टलता है तो मौजूदा स्तर पर कीमतों में मामूली सुधार संभव है।
किसानों और उपभोक्ताओं दोनों की निगाहें अब सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। OMSS की घोषणा बाजार की दिशा तय करने में निर्णायक साबित होगी।
ताज़ा गेहूं मंडी भाव (₹/क्विंटल) – 15 सितम्बर 2025 तक
राज्य/मंडी | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव | औसत भाव |
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कानपुर (उत्तर प्रदेश) | 2250 | 2300 | 2275 |
कोटा (राजस्थान) | 2200 | 2280 | 2240 |
इंदौर (मध्य प्रदेश) | 2260 | 2320 | 2290 |
करनाल (हरियाणा) | 2275 | 2330 | 2300 |
नागपुर (महाराष्ट्र) | 2180 | 2250 | 2215 |
दिल्ली (एनसीआर) | 2280 | 2340 | 2310 |
(नोट: ये भाव थोक मंडियों में उपलब्ध व्यापारिक सूचनाओं पर आधारित हैं।)
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