हैदराबाद, 15 सितम्बर (कृषि भूमि ब्यूरो):
तेलंगाना ने कृषि क्षेत्र में एक नई पहल करते हुए इतिहास रच दिया है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि तेलंगाना भारत का पहला राज्य होगा जहाँ सीड को-ऑपरेटिव (Seed Cooperative) की स्थापना की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य है किसानों को भरोसेमंद बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करना और बाजार में नकली बीजों की समस्या से निपटना।
कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में कई बार किसानों को नकली या खराब गुणवत्ता वाले बीजों का सामना करना पड़ता है, जिससे पैदावार पर गंभीर असर पड़ता है। सीड को-ऑपरेटिव के ज़रिए किसान खुद बीज उत्पादन, वितरण और प्रबंधन में भागीदार होंगे। इससे न केवल गुणवत्ता की गारंटी मिलेगी बल्कि किसानों को बीज उत्पादन से अतिरिक्त आय का अवसर भी मिलेगा।
सरकार का कहना है कि इस पहल से बीज उद्योग में पारदर्शिता आएगी और छोटे किसानों को भी सशक्त बनाया जाएगा। सहकारी संस्थाएँ बीजों की जाँच, प्रमाणन और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करेंगी। इसके साथ ही किसानों को बीजों की उपलब्धता उचित दरों पर हो सकेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से कृषि उत्पादन में स्थिरता आएगी और नकली बीजों के कारोबार पर रोक लगेगी। यह मॉडल यदि सफल रहा तो अन्य राज्य भी इसे अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
कुल मिलाकर, तेलंगाना का यह अभिनव प्रयोग किसानों के हित में मील का पत्थर साबित हो सकता है और कृषि क्षेत्र को एक नई दिशा दे सकता है।
===
हमारे लेटेस्ट अपडेट्स और खास जानकारियों के लिए अभी जुड़ें — बस इस लिंक पर क्लिक करें: