मुंबई, 22 अक्टूबर (कृषि भूमि डेस्क): मंगलवार को आई भारी गिरावट के बाद बुधवार को सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला। कमज़ोर डॉलर और सौदेबाजी की खरीदारी के चलते निवेशकों ने फिर से सोने की ओर रुख किया। बाजार अब शुक्रवार को आने वाले अमेरिकी मुद्रास्फीति आंकड़ों की प्रतीक्षा कर रहा है, जो फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति पर असर डाल सकते हैं।
खबर लिखे जाने तक, हाजिर सोना (Spot Gold) 0.5% बढ़कर 4,145.35 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। मंगलवार को इसमें 5% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई थी — जो अगस्त 2020 के बाद सबसे बड़ी दैनिक गिरावट थी।
दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा (Gold Futures) भी 1.2% बढ़कर 4,159.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
डॉलर सूचकांक (Dollar Index .DXY) अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 0.1% नीचे रहा, जिससे अन्य मुद्राओं में कारोबार करने वाले निवेशकों के लिए सोना खरीदना सस्ता हो गया।
फेड की नजर मुद्रास्फीति पर
शुक्रवार को जारी होने वाली सितंबर की अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य रिपोर्ट (CPI) से संकेत मिलेगा कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती की दिशा में कितनी प्रगति कर सकता है। अमेरिकी सरकार के अस्थायी बंद होने के कारण यह रिपोर्ट देरी से आ रही है।
स्टोनएक्स (StoneX) के वरिष्ठ विश्लेषक मैट सिम्पसन ने कहा, “अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव में आई तेज़ी ने सोने के व्यापार में भारी उतार-चढ़ाव पैदा किया। अब बाजार तकनीकी रूप से पुनर्संतुलन के दौर में है। गिरावट पर भी खरीदारी की संभावना बनी हुई है।”
भू-राजनीतिक संकेतों से राहत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संकेत दिया है कि वे अगले हफ्ते दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक निष्पक्ष व्यापार समझौते की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने ताइवान विवाद पर टकराव के जोखिम को भी कम करके आंका।
भारत की ओर से भी सकारात्मक संकेत मिले हैं। ‘मिंट’ की रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच एक लंबे समय से अटके द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर सहमति बनने के आसार हैं। इससे भारतीय आयातों पर अमेरिकी शुल्क 50% से घटकर लगभग 15-16% तक आ सकता है।
सोने की सालभर की चमक
इस साल सोने की कीमतों में अब तक लगभग 56% की वृद्धि हुई है। सोमवार को सोना 4,381.21 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा था। यह बढ़त भू-राजनीतिक अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी, और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से प्रेरित रही है।
अन्य कीमती धातुओं की स्थिति
– चांदी (Silver) 0.5% बढ़कर 48.95 डॉलर प्रति औंस हो गई।
– प्लैटिनम (Platinum) 1.1% गिरकर 1,534.20 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
– पैलेडियम (Palladium) 1.4% बढ़कर 1,427.13 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचा।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा और फेड की ब्याज दर नीति आने वाले दिनों में सोने की दिशा तय करेंगे। हालांकि डॉलर में नरमी और निवेशकों की वापसी से फिलहाल सोने की कीमतों में स्थिरता लौटती दिख रही है।