बिहार में पैदावार और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हर ब्लॉक में खुलेंगे कृषि क्लीनिक

बिहार में किसानों के कल्याण और कृषि के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है और इसके तहत किसानों के लिए सरकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए उन्हें योजनाओं से जोड़ा भी जा रहा है। सबसे पहले इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 202 ब्लॉकों में शुरू किया जाएगा। फिर इसके रिस्पांस को देखते हुए इसे अन्य जगहों पर खोला जाएगा। कृषि क्लीनिक खोलने की पहल अप्रैल माह से शुरू होगी। बिहार राज्य कृषि विभाग ने इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली है।

बिहार में कृषि क्लीनिक खोलने की पहल से राज्य के उन युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे जिन्होंने कृषि या इससे संबंधित विषयों की पढ़ाई की है। क्योंकि केवल उन्हें कृषि क्लीनिक खोलने की अनुमति होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कृषि क्लिनिक खोलने का कुल खर्च पांच लाख रुपये आएगा। उल्लेखनीय है कि सही समय पर सही जानकारी न होने से किसानों को फसल में 30 प्रतिशत नुकसान का सामना करना पड़ता है। लेकिन क्लीनिक खुलने से किसानों को राहत मिलेगी।

कृषि चिकित्सालयों में मिलेंगी ये सुविधाएं

कृषि क्लिनिक में किसानों को उनकी समस्याओं का सही और सटीक समाधान मिलेगा। यदि किसान के खेत में दवा का छिड़काव करने की आवश्यकता होगी तो कृषि क्लिनिक के माध्यम से भी दवा का छिड़काव किया जाएगा। राज्य में कृषि क्लिनिक खोले जाने को लेकर कृषि विभाग का दावा है कि बिहार देश का पहला राज्य है जहां किसानों को इतनी बेहतरीन सुविधा दी जाएगी. कृषि क्लिनिक के माध्यम से इन केन्द्रों में किसानों को केवल दवाईयों का छिड़काव ही नहीं मृदा परीक्षण से लेकर बीज विश्लेषण, कीट एवं रोग संबंधी सुझाव और पौध संरक्षण संबंधी जानकारी दी जाएगी। इससे राज्य में कृषि उत्पादन और कृषि उपज की गुणवत्ता दोनों में वृद्धि होगी।

पायलट प्रोजेक्ट के रूप में खोले जाएंगे 202 कृषि क्लीनिक

बिहार में कृषि क्लीनिक खोलने से संबंधित योजना के लिए 4.24 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और कृषि क्लिनिक में सेवा करने के लिए, उम्मीदवार के पास कृषि में स्नातक की डिग्री, कृषि व्यवसाय प्रबंधन में स्नातक या विश्वविद्यालय से कृषि या बागवानी में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा कृषि क्लीनिक चलाने की जिम्मेदारी उन युवाओं को भी दी जा सकती है जिन्हें कृषि या वनस्पति विज्ञान में कम से कम दो साल का अनुभव हो और उनके पास इस क्षेत्र में डिप्लोमा की डिग्री हो या कृषि विषय से इंटरमीडिएट या रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और वनस्पति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हो। वहीं प्रदेश के 101 उपखण्डों में 202 कृषि क्लीनिक स्थापित करने के लिए अब तक 646 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जल्द ही इसकी चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

 

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