ताजी सब्जियां और ताजे फल रोज मिल जाए तो कौन नहीं इसे खरीदेगा। ताजी और आर्गेनिक सब्जियां के लिए ग्राहक ऊंची कीमत देने में भी नही हिचकिचाता। वर्टिकल गार्डन एक ऐसा जरिया है जो शहरी भागों के लिए उपयुक्त है। खेती के लिए बड़ी जमींन का होना तो सुना था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वन रूम किचन से भी कम जगह में खेती की जा सकती है। जी हां दुनियभर में खेती के लिए नए नए संशोधन किये जा रहे हैं। इसी संशोधन का एक प्रकार है वर्टिकल गार्डन। गांव की तुलना में शहरी भागों में इस तरह की खेती को अधिक उपयुक्त माना जा रहा है।

कम जगह में खेती संभव

शहरों में आबादी तेजी से बढ़ रही है।लोगों की जीवनशैली भी बदल रही है। शहरों में लोग अपने खानपान में पौष्टिकता को तरजीह देते हैं। पारंपरिक खेती से शहरों तक सब्जियां, फलों को पहुँचाने में समय लगता है। इसके आलाव गन्दी जगह पर सब्जियां उगाना फलों में केमिकल का इस्तेमाल जैसी परिस्थिति शहरों में अधिक दिखाई देती हैं । ऐसे में व्हर्टिकल फार्मिंग शहरी जीवन शैली के लिए एक वरदान की तरह है। वर्टिकल फार्मिंग को कम जगह में अधिक उत्पादन के साथ ही आय प्राप्त करने के तरीके के रूप में भी देखा जा रहा है।

कम मिट्टी, कम पानी, कम लोगों से भी खेती संभव

मिट्टी रहित कृषि, जल रहित कृषि, मृदा एवं जल रहित कृषि जैसे कई प्रकर के संशोधन का उपयोग वर्टिकल फार्मिंग में किया जा सकता है। वर्टिकल फार्मिंग पद्धति में इनके उपयोग से कम जगह में अधिक उत्पादन किया जा सकता है। वर्टिकल गार्डन में कई तरह के संशोधन किये जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक का उपयोग करके पानी, पोषण और प्रकाश व्यवस्था को स्वचालित रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। तापमान, आर्द्रता, हवा में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को उचित नियोजन द्वारा फसल की वृद्धि की अवधि को कम किया जा सकता है।

ऑस्ट्रेलिया में प्रायोगिक तत्व पर वर्टिकल गार्डन से खेती

ऑस्ट्रेलिया में इस तरह की खेती पर कई प्रयोग किये जा रहे हैं। हालांकि इस प्रकार की ऊर्ध्वाधर खेती का एक मॉडल बनाने में लागत अधिक है। इसी तरह बिजली की खपत भी बहुत होती है। लेकिन एक बार जब उत्पादन शुरू हो जाता है और विपणन व्यवस्था स्थापित हो जाती है, तो इस प्रकार की खेती के लाभ दिखने लगते हैं। 100 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की एक इकाई से प्रति वर्ष औसतन 60 टन सब्जियों का उत्पादन किया जा सकता है। कम जगह, कम लोग, परिवहन लागत में बचत, हरी और ताज़ी सब्जियों की अधिक कीमतें निश्चित तौर पर फायदे का सौदा है।

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