मुंबई, 14 नवंबर (कृषि भूमि डेस्क): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 19 नवंबर को तमिलनाडु के कोयम्बटूर का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री यहाँ दक्षिण भारत प्राकृतिक कृषि शिखर सम्मेलन 2025 (South India Natural Farming Summit) को संबोधित करने वाले हैं।
प्राकृतिक खेती (Natural Farming) और सतत कृषि पद्धतियों (Sustainable Agricultural Practices) को बढ़ावा देने पर केंद्रित यह शिखर सम्मेलन, कोयम्बटूर के कोडिसिया कॉम्प्लेक्स (CODISSIA Complex) में आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन तमिलनाडु के किसान संघों द्वारा किया जा रहा है।
मुख्य कार्यक्रम और उद्देश्य:
संबोधन और बातचीत: प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह दक्षिणी राज्यों से आए जैविक कृषि (Organic Agriculture) में विशेषज्ञता रखने वाले 50 वैज्ञानिकों के साथ नीति-निर्धारण (Policy-making) पर चर्चा करेंगे।
जागरूकता और प्रोत्साहन: आयोजन समिति के समन्वयक पी. आर. पांडियन ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य प्राकृतिक और पुनर्योजी कृषि पद्धतियों (Regenerative Farming Practices) को अपनाने के लिए जागरूकता बढ़ाना और प्रोत्साहन देना है।
प्रदर्शनी और संवाद: सम्मेलन में 300 स्टॉलों वाली एक बड़ी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें जैविक उत्पादों और नई तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही, प्रख्यात वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं के साथ संवादात्मक सत्र आयोजित किए जाएंगे।
राष्ट्रीय पहलें: यह आयोजन केंद्र सरकार की भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति (BPKP) और परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) जैसी राष्ट्रीय पहलों पर केंद्रित होगा।
अपेक्षित भागीदारी:
इस तीन दिवसीय आयोजन में तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित पड़ोसी राज्यों के 5,000 से अधिक किसान और कृषि विशेषज्ञ भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी पुट्टपर्थी (कर्नाटक) से एक विशेष उड़ान से कोयम्बटूर पहुंचेंगे और कार्यक्रम के बाद दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। यह दौरा दक्षिण भारत में प्राकृतिक खेती को एक जन-आंदोलन बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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