नई दिल्ली, 5 सितंबर (कृषि भूमि ब्यूरो):
केरल के फूल किसानों के लिए खुशखबरी आई है। राज्य सरकार की ‘Poovili‑2025’ योजना ने ओणम सीजन में फूल उत्पादकों को रिकॉर्ड आमदनी दिलाई है। इस योजना के तहत, राज्य ने ₹45 करोड़ की आय अर्जित करने में मदद की है, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग ₹27 करोड़ अधिक है। यह सफलता किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है, खासकर जब फूल उत्पादन में कोविड-19 महामारी के दौरान भारी गिरावट आई थी।
‘Poovili‑2025’ योजना का उद्देश्य
‘Poovili‑2025’ योजना का उद्देश्य केरल राज्य के फूल उत्पादकों को आर्थिक समर्थन और मार्केट एक्सेस प्रदान करना है। इसके तहत, किसानों को फूलों के उत्पादन के लिए बीज, रोपण सामग्री और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो। योजना का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू मार्केटिंग और ब्रांडिंग है, जो किसानों को बेहतर कीमतों पर अपने उत्पाद बेचने का अवसर प्रदान करती है।
उत्पादन और आय में वृद्धि
ओणम के अवसर पर 5,000 टन फूलों का उत्पादन किया गया, जिससे लगभग ₹45 करोड़ की आमदनी हुई। पिछले वर्ष के मुकाबले यह आय लगभग 150% अधिक है।
रोज़, चमेली, सूरजमुखी और गेंदा जैसे लोकप्रिय फूलों की मांग में वृद्धि ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई। फूलों का उत्पादन खासतौर पर केरल के अलप्पुझा, कन्नूर, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में हुआ, जहां परंपरागत रूप से फूलों की खेती की जाती है।
कृषि मंत्रालय का बयान
राज्य के कृषि मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने बताया:
“Poovili‑2025 योजना ने न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है, बल्कि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके माध्यम से हम राज्य के फूल उत्पादकों को बेहतर बाजारों से जोड़ने में सफल हुए हैं और उन्हें उत्पादों का उचित मूल्य दिलवाने में मदद की है।”
किसानों के अनुभव
एक फूल उत्पादक ने कहा,
“इस साल योजना से हमें बहुत लाभ हुआ है। ओणम सीजन में फूलों की मांग काफी बढ़ी, और सरकार द्वारा दी गई सहायता से हमें न केवल अच्छे बीज मिले, बल्कि उत्पादों की बिक्री भी बढ़ी। पहले हमें कई बार नुकसान उठाना पड़ता था, लेकिन इस बार अच्छा लाभ हुआ।”
योजना के प्रभाव
‘Poovili‑2025’ योजना ने राज्य के किसानों को कई लाभ दिए हैं:
- आर्थिक स्थिरता: ओणम के दौरान उत्पादों की बिक्री से प्राप्त अधिक आय ने किसानों की वित्तीय स्थिति को बेहतर किया है।
- रोजगार सृजन: फूलों की खेती के बढ़ते दायरे ने क्षेत्र में अस्थायी और स्थायी रोजगार के अवसर भी बढ़ाए हैं।
- कृषि पर्यटन को बढ़ावा: सुंदर फूलों के बागानों का पर्यटन में योगदान बढ़ा है, जिससे राज्य की पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिला है।
राज्य सरकार की योजनाओं का दीर्घकालिक असर
‘Poovili‑2025’ योजना का दीर्घकालिक उद्देश्य केरल को फूलों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात को बढ़ावा देना है। योजना के तहत, फूलों की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ किसानों को नई तकनीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे उत्पादन लागत में कमी और गुणवत्ता में वृद्धि हो सके।
‘Poovili‑2025’ योजना ने केरल के फूल किसानों को एक नई दिशा दी है और उन्हें न केवल आर्थिक रूप से लाभान्वित किया है, बल्कि राज्य की कृषि और पर्यटन अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दी है। आने वाले वर्षों में, यदि यह योजना सफलता से कार्यान्वित होती रही, तो केरल फूल उत्पादन में एक प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के रूप में उभर सकता है।
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