नई दिल्ली/मुंबई, 30 अक्टूबर (कृषि भूमि ब्यूरो): अंतरराष्ट्रीय बाजार में ICE कॉटन फ्यूचर्स लगातार पांचवें दिन मजबूत हुए हैं। व्यापारिक माहौल में यह तेजी अमेरिका और चीन के बीच संभावित व्यापारिक बातचीत की उम्मीदों से जुड़ी है। अगले सप्ताह होने वाली ट्रंप–जिनपिंग बैठक से पहले बाजार में सकारात्मक भावना देखने को मिल रही है।
निवेशकों को उम्मीद है कि यह बैठक दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को कम करने की दिशा में कदम साबित हो सकती है, जिससे कपास और अन्य कृषि जिंसों की मांग बढ़ने की संभावना है। चीन, जो दुनिया का सबसे बड़ा कॉटन आयातक है, अगर अमेरिकी कपास की खरीद फिर से बढ़ाता है तो कीमतों को और सहारा मिल सकता है।
गुरुवार को ICE कॉटन के दिसंबर डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट में 0.8% की तेजी आई और यह 83.45 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ। यह इस हफ्ते का सर्वोच्च स्तर माना जा रहा है।
डॉलर में हल्की कमजोरी और अन्य जिंसों जैसे सोया व कॉर्न में स्थिरता ने भी कॉटन को सपोर्ट दिया। वहीं, टेक्सास और मिसिसिपी जैसे प्रमुख अमेरिकी राज्यों में अनुकूल मौसम के कारण सप्लाई संतुलित बनी हुई है, जिससे बाजार को स्थिरता मिली है।
विश्लेषकों का कहना है कि अगर ट्रंप–जिनपिंग बैठक से सकारात्मक संकेत मिलते हैं, तो ICE कॉटन में आने वाले हफ्तों में 85–86 सेंट प्रति पाउंड तक की बढ़त देखी जा सकती है। वहीं, यदि वार्ता विफल रहती है, तो भावों में हल्की गिरावट भी संभव है।
ICE कॉटन लगातार पांचवें दिन मजबूत हुआ है, लेकिन बाजार राजनीतिक संकेतों के इंतजार में है। ट्रंप–जिनपिंग बैठक से किसी भी सकारात्मक नतीजे की उम्मीद निवेशकों को उत्साहित कर रही है। डॉलर की कमजोरी और चीन से संभावित खरीदारी की संभावना ने कॉटन बाजार को नई ऊर्जा दी है।
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