पटना, 30 अक्टूबर 2025 (कृषि भूमि ब्यूरो): बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब बिहार तक पहुंच चुका है, जिससे राज्य भर में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के 16 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह बारिश 2 नवंबर 2025 तक जारी रहने की संभावना है।
कहां होगी सबसे ज्यादा बारिश
आईएमडी पटना के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, मधुबनी, सीतामढ़ी, दरभंगा और सुपौल में अति भारी बारिश के आसार हैं।
वहीं वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और शिवहर जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
गया जिले के डोभी में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि भागलपुर का अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजधानी पटना, गया और भागलपुर में बुधवार रात से ही रुक-रुककर बारिश हो रही है।
कैसे पहुंचा ‘मोंथा’ बिहार तक
यह तूफान बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना और मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम तट से टकराया।
इसके बाद यह उत्तर की ओर बढ़ते हुए ओडिशा और छत्तीसगढ़ को पार करता हुआ अब झारखंड और बिहार पहुंच गया है।
बिहार में यह अब निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) के रूप में सक्रिय है, लेकिन इसके कारण तेज हवा और भारी वर्षा का असर जारी है।
कृषि पर असर: किसानों के लिए राहत और चुनौती दोनों
‘मोंथा’ के असर से बिहार में रबी फसलों के लिहाज से मौसम अनुकूल बन गया है।
- मिट्टी में नमी बढ़ने से गेहूं, मसूर, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बुवाई के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित हो सकती है।
- बारिश से सिंचाई लागत में कमी आएगी और खेतों की जुताई में आसानी होगी।
हालांकि, कुछ क्षेत्रों में जलभराव और कटाव के कारण पहले से खड़ी धान और मक्का की फसलों को नुकसान की आशंका बनी हुई है।
राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय (पूसा) और केवीके मुजफ्फरपुर के कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि—
- खेतों में जलनिकासी की उचित व्यवस्था रखें।
- कटाई की गई फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
- बुवाई तभी करें जब मिट्टी में अधिक पानी न हो।
तापमान में गिरावट और ठंड की आहट
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि राज्य में अधिकतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
लगातार बारिश और तेज हवाओं के कारण सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ने लगी है।
बारिश के बाद कुछ दिनों के लिए तापमान थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन नवंबर के पहले सप्ताह से ठंड की शुरुआत मानी जा रही है।
अलर्ट और सावधानी
IMD ने
- 30 अक्टूबर को 7 जिलों में रेड अलर्ट
- और 31 अक्टूबर को पटना समेत 5 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
लोगों से अपील की गई है कि वे भारी बारिश के दौरान खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे न रहें, बिजली के उपकरणों से दूरी बनाए रखें और जलभराव वाले इलाकों से बचें।
चुनावी कार्यक्रमों पर असर
‘मोंथा’ ने न सिर्फ मौसम बल्कि बिहार चुनाव प्रचार की रफ्तार भी थाम दी है।
सारण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभाएं बारिश के कारण रद्द करनी पड़ीं।
भभुआ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण उतर नहीं सका।
===
हमारे लेटेस्ट अपडेट्स और खास जानकारियों के लिए अभी जुड़ें — बस इस लिंक पर क्लिक करें:
https://whatsapp.com/channel/0029Vb0T9JQ29759LPXk1C45