मुंबई, 28 जुलाई (कृषि भूमि डेस्क): देशभर की प्रमुख मंडियों में सोमवार को कपास (Cotton) की कीमतें स्थिर रहीं, जबकि वायदा बाजार में मामूली गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी सप्ताहों में मांग में सुधार हो सकता है, जिससे कीमतों में तेजी आ सकती है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर कॉटन कैंडी (29 मिमी) का जुलाई वायदा ₹55,630 प्रति कैंडी पर स्थिर बंद हुआ। वहीं, मंडियों में स्पॉट प्राइस ₹58,900 प्रति कैंडी रहा, जिसमें कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ।
International Market में अमेरिकी ICE Cotton #2 (दिसंबर डिलीवरी) की कीमत 0.22% की गिरावट के साथ US\$ 68.08 प्रति पाउंड दर्ज की गई, जो वैश्विक बाजार में नरमी का संकेत देती है।
वर्तमान स्थिति:
- घरेलू बाजार में बुवाई लगभग पूरी हो चुकी है और मानसून अब तक औसत से बेहतर रहा है।
- मांग पक्ष में अभी तक कपड़ा उद्योग से बड़ी खरीद नहीं देखी गई, लेकिन अगस्त से त्योहारों के सीजन के चलते मांग में सुधार की संभावना जताई जा रही है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि यदि निर्यात आदेश बढ़ते हैं और घरेलू खपत में तेजी आती है, तो अगस्त-सितंबर में कीमतों में ₹1,000–1,500 प्रति कैंडी तक उछाल देखा जा सकता है।
‘कृषि भूमि’ संवाददाता से बाते करते हुए राजकोट के एक प्रमुख व्यापारी ने कहा, “फिलहाल किसान बिकवाली में रुचि नहीं ले रहे हैं क्योंकि उन्हें बेहतर दाम की उम्मीद है। दूसरी ओर, मिलों की खरीद सुस्त है, लेकिन यह रुख लंबे समय तक नहीं टिकेगा।”
वर्तमान में कपास वायदा ₹55,000–₹56,200 के रेंज-बाउंड ट्रेडिंग में फंसा हुआ है। जब तक ₹56,200 के ऊपर मजबूत ब्रेकआउट नहीं होता, तब तक शॉर्ट सेलिंग झुकाव रहेगा। RSI और MACD दोनों थोड़ी कमजोरी की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन सपोर्ट लेवल पर खरीदारी की संभावना बनी हुई है।
कपास की कीमतों में फिलहाल स्थिरता बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों स्तरों पर मांग में सुधार और मानसून की प्रगति अगले एक-दो सप्ताह में बाजार की दिशा तय करेगी।
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