लखनऊ, 24 अक्तूबर (कृषि भूमि ब्यूरो): उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की गई है। जिले के कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) की मदद से किसानों को अब मात्र ₹1 प्रति पौधा की दर से रोग-मुक्त और उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी कलमें उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस पहल का उद्देश्य किसानों को पारंपरिक धान या गेहूं जैसी एकल फसली खेती से निकालकर क्रॉप डायवर्सिफिकेशन की ओर प्रेरित करना है। रोग-मुक्त कलमों के माध्यम से किसान अब टमाटर, बैंगन, भिंडी, गोभी और मिर्च जैसी सब्जियों की खेती कर पा रहे हैं, जिससे न केवल उत्पादन बढ़ा है, बल्कि लाभ में भी 25-30% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
स्थानीय बाजारों में ताजा और उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियों की मांग बढ़ने से किसान अपनी आय में भी सुधार देख रहे हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इन कलमों से तैयार पौधे बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी होते हैं और मौसम के उतार-चढ़ाव को भी बेहतर तरीके से झेल सकते हैं।
इस योजना से जुड़े किसान बताते हैं, “पहले फसलों में रोग लगने से भारी नुकसान होता था, अब ₹1 प्रति पौधा की इन कलमों से लागत भी घटी है और फसल की पैदावार भी बढ़ी है।”
यह योजना न केवल किसानों की आय बढ़ा रही है, बल्कि सस्टेनेबल (सतत) खेती और जैविक कृषि पद्धति को भी बढ़ावा दे रही है। इस पहल के जरिए छोटे किसानों के लिए खेती का स्वरूप बदल रहा है, जिससे वे अधिक लाभदायक और स्मार्ट खेती कर पा रहे हैं।