उज्जैन: मध्यप्रदेश (MP) सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश के किसानों के लिए कई ऐतिहासिक घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेती के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है और इसी दिशा में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इन घोषणाओं से न केवल किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी, बल्कि खेती का रकबा भी दोगुना करने की योजना है।
मुख्यमंत्री Dr. Mohan Yadav ने कहा कि आगामी 2024 में धान उपार्जन के लिए किसानों को 4000 रुपये प्रति हेक्टेयर अतिरिक्त लाभ मिलेगा, जो मार्च में उनके खातों में सीधे ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके अलावा, गेहूं की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2600 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, जिसमें 2425 रुपये MSP और 175 रुपये बोनस शामिल हैं। यह फैसला किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उनकी आय में इजाफा होगा और खेती को लेकर उनकी उम्मीदें भी बढ़ेंगी।
मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान: खेती का रकबा दोगुना करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में खेती का रकबा दोगुना करना है। इसके लिए सरकार कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम कर रही है, जिनमें प्रमुख रूप से केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का जिक्र किया। यह परियोजना मध्यप्रदेश में सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता को बढ़ाएगी, जिससे किसानों को राहत मिलेगी और खेती के लिए ज्यादा भूमि उपलब्ध हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश में सिंचाई क्षमता को बढ़ाने के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं, जिनका असर सीधे तौर पर किसानों पर पड़ेगा। यह परियोजना प्रदेश में कृषि उत्पादकता को बढ़ाने और किसानों की आय को दोगुना करने में मददगार साबित होगी।
किसानों को मिलेगा 4000 रुपये प्रति हेक्टेयर अतिरिक्त लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को धान उपार्जन पर 4000 रुपये प्रति हेक्टेयर अतिरिक्त लाभ मिलेगा, जो मार्च महीने तक उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। यह राशि किसानों के लिए एक बड़ा सहारा साबित होगी, खासकर उन किसानों के लिए जिन्होंने धान की उपज पूरी तरह से बेची है और सभी प्रक्रियाओं को सही ढंग से पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने धान उपार्जन करवाया है और सभी निर्धारित प्रक्रियाओं को पूरा किया है।
गेहूं की MSP 2600 रुपये प्रति क्विंटल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गेहूं की MSP 2600 रुपये प्रति क्विंटल तय करने की घोषणा भी की। इसमें 2425 रुपये MSP और 175 रुपये बोनस शामिल हैं। इससे पहले गेहूं की MSP 2025 रुपये प्रति क्विंटल थी, लेकिन अब किसानों को अधिक राशि मिलेगी। यह निर्णय किसानों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि इससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी और कृषि क्षेत्र को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
किसानों के हित में निरंतर काम कर रही है सरकार
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संकल्प पत्र के अनुसार कई योजनाओं को लागू किया है, जिनका उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और खेती को लाभकारी बनाना है। डॉ. यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रदेश में किसानों के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की गई है, जो उन्हें बेहतर कृषि सुविधाएं प्रदान करेंगी।
बीजेपी के संकल्प पत्र में था वादा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार अपने संकल्प पत्र के अनुसार जनता को सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। बीजेपी के संकल्प पत्र में किसानों को बेहतर सुविधाएं देने का वादा किया गया था, जिसे अब सरकार पूरी कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा की जा रही घोषणाएं किसानों के कल्याण के लिए हैं और सरकार सभी प्रयासों के जरिए उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
किसानों की मेहनत को मिलेगा उचित मूल्य
मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि प्रदेश में किसानों की मेहनत का उचित मूल्य मिलना चाहिए और सरकार इसे सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय किया गया है ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके। इसके अलावा, सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है, जो उनके लिए सहायक साबित हो रही हैं।