नई दिल्ली, 5 नवंबर (कृषि भूमि डेस्क): अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर CNF रुझानों के बावजूद घरेलू दाल बाजार में आयातित मसूर के भाव फिलहाल स्थिर बने हुए हैं। व्यापार सूत्रों के अनुसार, भारत के प्रमुख बंदरगाहों – मुंबई, हाजीरा, कोलकाता और ट्यूटिकोरिन – पर सीमित उपलब्ध स्टॉक के कारण स्थानीय बाजार को फिलहाल मजबूत सपोर्ट मिल रहा है।
व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि पिछले सप्ताह कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर की CNF दरों में $10–15 प्रति टन की गिरावट देखी गई थी। इसके बावजूद भारतीय बाजार में दाम में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई, क्योंकि पोर्ट पर स्टॉक सीमित है और अधिकांश माल पहले से बिक चुका है। मुंबई मंडी में आयातित ऑस्ट्रेलियाई मसूर ₹6,900–₹7,000 प्रति क्विंटल पर, जबकि कनाडाई मसूर ₹6,700–₹6,800 प्रति क्विंटल पर स्थिर कारोबार कर रही है।
सीमित पोर्ट स्टॉक ने दी स्थिरता
जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में मसूर की खपत स्थिर बनी हुई है, जबकि नई आपूर्ति सीमित है। एक प्रमुख दाल आयातक ने ‘कृषि भूमि’ को बताया, “ट्रेडिंग फर्मों के पास फिलहाल बहुत अधिक स्टॉक नहीं है। बंदरगाहों पर मौजूदा माल ज्यादातर पहले के कॉन्ट्रैक्ट्स में बुक हो चुका है।”
वहीं, सरकारी एजेंसियों द्वारा खुली खरीद या बड़ी टेंडर गतिविधि न होने से भी बाजार में आपूर्ति दबाव सीमित है।
फॉरवर्ड शिपमेंट्स से दबाव की आशंका
हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर के अंत और दिसंबर के पहले सप्ताह में नई शिपमेंट्स पहुँचने की संभावना है। कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से लगभग 70,000–80,000 टन मसूर का फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट किया गया है, जो बंदरगाहों पर पहुँचने के बाद घरेलू बाजार में कीमतों पर दबाव डाल सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई मसूर का नया सीजन शुरू होने के कारण वहाँ से सप्लाई बढ़ेगी, जिससे CNF दरों में और नरमी आ सकती है। इसके साथ ही कनाडा में फसल उत्पादन सामान्य रहने की रिपोर्ट्स से भी वैश्विक बाजार में कीमतें स्थिर या कमजोर रहने की संभावना है।
वैश्विक रुझान
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मसूर की कीमतें हल्के दबाव में हैं।
– ऑस्ट्रेलिया CNF इंडिया दरें: $765–$780/टन
– कनाडा CNF इंडिया दरें: $755–$770/टन
इनमें पिछले सप्ताह के मुकाबले करीब $10–15/टन की गिरावट दर्ज की गई है।
कमजोर करेंसी और शिपिंग दरों में कमी ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों को नीचे रखा है।
दिल्ली के एक प्रमुख दाल व्यापारी के अनुसार, “फिलहाल भारतीय बाजार में सप्लाई टाइट है, इसलिए कीमतों में गिरावट की गुंजाइश सीमित है। लेकिन दिसंबर से जब नई शिपमेंट्स आएंगी, तब भाव ₹100–₹150 प्रति क्विंटल तक नीचे आ सकते हैं।
कुल मिलाकर, कमजोर CNF ट्रेंड और सीमित घरेलू स्टॉक के बीच मसूर बाजार संतुलित स्थिति में है। निकट भविष्य में फॉरवर्ड शिपमेंट्स और बढ़ती उपलब्धता के चलते दामों पर हल्का दबाव देखने को मिल सकता है, हालांकि तत्काल किसी बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है।
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