लखनऊ, 21 अगस्त (कृषि भूमि ब्यूरो):
उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग ने खरीफ सीजन 2025 में खाद आपूर्ति और वितरण को लेकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष राज्य में कुल 42.64 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 16% अधिक है।
इस उपलब्धि में यूरिया, डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट), एनपीके (नाइट्रोजन-फॉस्फोरस-पोटाश) और अन्य उर्वरकों की समय पर और पर्याप्त उपलब्धता ने अहम भूमिका निभाई। कृषि विभाग के मुताबिक, 18 अगस्त 2025 तक राज्य में खाद का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है।
प्रति दिन यूरिया की खपत 49,564 मीट्रिक टन
राज्य भर में किसानों द्वारा प्रतिदिन औसतन करीब 49,564 मीट्रिक टन यूरिया का उपयोग किया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट है कि इस वर्ष खरीफ फसलों की बुआई और रखरखाव में उर्वरकों की मांग सामान्य से अधिक रही है, जिसे सरकार ने कुशल प्रबंधन के जरिए पूरा किया।
प्रशासनिक तैयारी और निगरानी
राज्य सरकार ने समय रहते डिस्ट्रिक्ट लेवल मॉनिटरिंग, रियल-टाइम ट्रैकिंग, और सहकारी समितियों के माध्यम से वितरण की प्रभावी व्यवस्था लागू की, जिससे खाद की कालाबाजारी पर रोक लगी और किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार सामग्री मिल सकी।
राज्य के कृषि मंत्री ने कहा, “यह उपलब्धि प्रदेश सरकार की योजनाबद्ध नीति, निगरानी व्यवस्था और किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता देने का परिणाम है। हमारा लक्ष्य है कि किसानों को समय पर खाद मिले ताकि उत्पादन में कोई बाधा न आए।”
खरीफ में बेहतर प्रबंधन के बाद अब विभाग की नजर आगामी रबी सीजन पर है। सरकार पहले से ही स्टॉक और आपूर्ति की योजना तैयार कर रही है, ताकि किसानों को आगे भी किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
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