भोपाल, 20 अगस्त (कृषि भूमि ब्यूरो):
मध्य प्रदेश (MP) के कई इलाकों में खाद (Fertilizer) की भारी कमी के कारण किसानों ने अपनी आपत्ति जताते हुए हाईवे जाम कर दिया। किसानों का कहना है कि राज्य में खाद की आपूर्ति न हो पाने के कारण उनकी फसलों की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है और उत्पादन में भारी कमी हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, यह स्थिति खाद की अव्यवस्थित वितरण प्रणाली और राज्य सरकार की अनदेखी का परिणाम है।
किसानों ने चेतावनी दी कि अगर खाद संकट का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वे देशव्यापी आंदोलन की ओर रुख कर सकते हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा, “हमारे खेतों में फसलों के लिए आवश्यक उर्वरकों की आपूर्ति नहीं हो रही है। अगर सरकार ने इस समस्या का शीघ्र समाधान नहीं निकाला, तो हम बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।”
किसान नेता ने यह भी कहा कि सरकार के वादों के बावजूद खाद की किल्लत जारी है और उनकी मांग है कि राज्य सरकार खाद वितरण की प्रक्रिया को सुधारें और किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराए।
इस संकट के कारण कृषि उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका जताई जा रही है। कई क्षेत्रों में सोयाबीन, मक्का, और धान जैसी फसलों की बुवाई में देरी हो सकती है, जिससे आने वाले दिनों में खाद्य उत्पादन में संकट उत्पन्न हो सकता है।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि खाद की आपूर्ति के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वर्षा में देरी और बिजली संकट के कारण वितरण में कुछ समस्याएं आ रही हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सरकार खाद की पर्याप्त आपूर्ति कैसे सुनिश्चित करेगी।
खाद संकट भारतीय कृषि के लिए एक गंभीर समस्या बन गया है। किसानों की उपज के लिए खाद की उपलब्धता न केवल उनकी आर्थिक स्थिति बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। ऐसे समय में, जब किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही, उनके लिए अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनाए रखना कठिन हो जाता है। कृषि मंत्री को जल्द से जल्द समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि इस संकट को टाला जा सके और किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिल सके।
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