नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (कृषि भूमि ब्यूरो): देशभर के करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना की 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है। केंद्र सरकार की ओर से अभी तक इस किस्त की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त को लेकर चर्चा थी कि दिवाली से पहले ये किस्त जारी हो सकती है, लेकिन ऐसा हुआ। इससे किसानों के बीच सवाल उठ रहे हैं कि ₹2000 की अगली किस्त उनके खाते में कब आएगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना के तहत देश के सभी पात्र किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि तीन समान किस्तों में — हर चार महीने में ₹2000 — सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है। अब तक सरकार 20 किस्तें जारी कर चुकी है, और अगली 21वीं किस्त के लिए लाभार्थियों को eKYC और बैंक विवरण अपडेट करना आवश्यक है।
21वीं किस्त कब आएगी?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिवाली के बाद नवंबर के पहले सप्ताह में किस्त जारी होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार लाभार्थी सूची की अंतिम जांच और आधार-बैंक डेटा मिलान पूरा कर रही है। कुछ राज्यों में ई-केवाईसी (eKYC) लंबित रहने के कारण भुगतान प्रक्रिया थोड़ी धीमी हुई है।
किसानों के लिए जरूरी कदम
यदि आप PM किसान योजना के लाभार्थी हैं, तो इन बिंदुओं पर ध्यान दें —
1. 👉 eKYC पूरा करें: PM Kisan Portal (pmkisan.gov.in) पर जाकर OTP या बायोमेट्रिक के जरिए eKYC अपडेट करें।
2. 👉 खाता लिंक करें: बैंक खाता आपके आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
3. 👉 स्टेटस जांचें: वेबसाइट पर “Beneficiary Status” में जाकर अपनी किस्त की स्थिति देखें।
4. 👉 नाम और IFSC सही करें: गलत विवरण के कारण किस्त रुकी रह सकती है।
कई राज्यों के किसानों ने कहा कि दिवाली से पहले किस्त आने की उम्मीद थी, ताकि वे बीज, खाद और कर्ज भुगतान कर सकें। उत्तर प्रदेश के एक किसान ने बताया, “हम हर बार इस पैसे से खेती के काम निपटाते हैं। अब देरी हो रही है तो थोड़ी मुश्किल बढ़ गई है।”
PM किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि किसानों की सूची का सत्यापन अंतिम चरण में है। संभावना है कि नवंबर के पहले हफ्ते में यह राशि किसानों के खातों में जमा हो जाएगी। तब तक किसान अपने दस्तावेजों और बैंक विवरण को अपडेट रखें ताकि भुगतान में कोई अड़चन न आए।