नई दिल्ली: भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (IFFCO) ने देश के किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से ‘संकट हरण योजना’ की शुरुआत की है। यह योजना किसानों के लिए न केवल खेती के संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करती है, बल्कि अब खाद की खरीद पर उन्हें नि:शुल्क दुर्घटना बीमा का लाभ भी मिलेगा।
यूरिया खरीदो, बीमा पाओ
इस योजना के तहत जो किसान 25 बैग यूरिया या डीएपी खरीदते हैं, उन्हें 1 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलेगा। वहीं जो किसान 200 बोतल नैनो यूरिया या डीएपी खरीदते हैं, उन्हें 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा प्रदान किया जाएगा। बता दें कि बीमा की अवधि खाद खरीद की तारीख से एक महीने बाद शुरू होगी और एक वर्ष तक वैध रहेगी। इस दौरान यदि किसान की दुर्घटना से मृत्यु या स्थायी विकलांगता होती है, तो बीमा की पूरी राशि उनके परिजनों को दी जाएगी।
भारत की कृषि व्यवस्था में किसान अक्सर प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं का सामना करते हैं। ऐसे में “संकट हरण योजना” किसानों को एक वित्तीय सुरक्षा कवच प्रदान करती है, जिससे उन्हें खेती में जोखिम कम महसूस होगा और वे अधिक आत्मविश्वास के साथ काम कर सकेंगे। इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यू. एस. अवस्थी ने इस अवसर पर कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ खाद देना नहीं, बल्कि किसानों को हर स्तर पर सशक्त बनाना है। संकट हरण योजना के माध्यम से हम उन्हें एक अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं, जिससे उनका परिवार भी सुरक्षित रहे।”
किसानों को बीमा का लाभ पाने के लिए खाद की खरीद के समय अपना पंजीकरण कराना होगा। खरीद का बिल और किसान की पहचान की जानकारी अनिवार्य होगी। बीमा से संबंधित नियम, शर्तें और दावा प्रक्रिया इफको की वेबसाइट और संबंधित बिक्री केंद्रों पर उपलब्ध हैं। इफको की इस पहल से लाखों किसानों को राहत मिलने और खेती को एक सुरक्षित पेशा बनाने में मदद मिलेगी।
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