मुंबई, 21 नवंबर 2025 (कृषि भूमि ब्यूरो): भारत के पहले व्यापक जलवायु-केंद्रित मंच मुंबई क्लाइमेट वीक (MCW) ने अपने प्रमुख कार्यक्रम से पहले क्लाइमेट इनोवेशन चैलेंज की औपचारिक घोषणा की है। यह बहु-चरणीय पहल ऐसे नवाचारों की पहचान और प्रसार पर केंद्रित है, जिन्हें भारत और ग्लोबल साउथ के देशों में बड़े पैमाने पर सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।
आयोजन और भागीदारी
प्रोजेक्ट मुंबई द्वारा महाराष्ट्र सरकार और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के सहयोग से MCW का आयोजन 17–19 फरवरी 2026 के बीच जिओ वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में किया जाएगा। कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है।
इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता का नेतृत्व नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) ‘इनोवेशन चैलेंज पार्टनर’ के रूप में करेगा। चैलेंज का मुख्य उद्देश्य जलवायु शमन (Mitigation), अनुकूलन (Adaptation) और रेसिलिएंस (Resilience) से जुड़े नवोन्मेषी समाधानों को प्रोत्साहित करना है।
इसमें देशभर के स्टार्टअप, छात्र, शोधकर्ता, सामाजिक संगठन, नवोन्मेषक और जलवायु उद्यमी भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं। चयनित प्रतिभागियों को अपने समाधान MCW 2026 में प्रत्यक्ष मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
राष्ट्रीय एवं वैश्विक नेतृत्व का संगम
महाराष्ट्र सरकार, माझी वसुंधरा, BMC, Monitor Deloitte, HT Parekh Foundation, India Climate Collaborative (ICC), Shakti Foundation, WRI India, UNICEF, Rainmatter Foundation, Mahindra Group, Climate Group, NGMA सहित अनेक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थान इस पहल से जुड़े हैं, जो MCW को वैश्विक एवं स्थानीय नेतृत्व का एक अनूठा संगम बनाता है।
MCW को एक नागरिक-केंद्रित पहल के रूप में संरचित किया गया है। इसके अंतर्गत मुंबई में जलवायु कार्ययोजना, सिनेमा और जलवायु, खाद्य एवं जलवायु, खेल, कला, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों पर संवाद एवं अनुभव साझा किए जाएंगे। NSS स्वयंसेवकों के माध्यम से महाविद्यालयों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
प्रोजेक्ट मुंबई के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शिशिर जोशी, ने कहा:
“मुंबई क्लाइमेट वीक का उद्देश्य ऐसे सशक्त मंच तैयार करना है, जहां विचार केवल चर्चा तक सीमित न रहकर ठोस कार्य में परिवर्तित हों। NSE के साथ यह सहयोग हमारी इस क्षमता को और मजबूत बनाता है कि हम उन समाधानों की पहचान कर सकें, जो शहरों और समुदायों को जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाते हैं। नवोन्मेषकों, निवेशकों, समुदायों, विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं को एक ही मंच पर जोड़कर हम न सिर्फ मुंबई बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक जलवायु समाधान गढ़ने की दिशा में प्रयासरत हैं।”
NSE के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आशिषकुमार चौहान, ने इस साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा:
“फरवरी 2026 में आयोजित होने वाला मुंबई क्लाइमेट वीक भारत की Net Zero 2070 यात्रा के निर्णायक समय पर सामने आ रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 2070 तक 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक जलवायु वित्त की आवश्यकता होगी—स्वच्छ ऊर्जा, हरित गतिशीलता और लचीले बुनियादी ढांचे में व्यापक निवेश अपरिहार्य है। NSE एक अग्रणी बाज़ार अवसंरचना संस्थान के रूप में Monthly Electricity Futures, GSS+ एवं Transition Bonds, Green Equity Pathway, CFD और प्रस्तावित कार्बन मार्केट जैसे साधनों के माध्यम से जलवायु वित्त प्रणाली को सुदृढ़ कर रहा है। मुंबई क्लाइमेट वीक के साथ यह साझेदारी भारत की हरित नवाचार और जिम्मेदार विकास में वैश्विक नेतृत्व को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है।”
क्लाइमेट इनोवेशन चैलेंज:
MCW को एक ऐसी नागरिक-संचालित जलवायु पहल के रूप में परिकल्पित किया गया है, जो नीति-निर्माण और जनता के बीच सीधे संवाद का माध्यम बन सके। इनोवेशन चैलेंज इस मिशन का मुख्य स्तंभ है—भारत की जड़ों से जुड़े और वैश्विक स्तर पर उपयोगी सिद्ध होने वाले समाधान तैयार करना।
प्रतिभागियों को क्षमता-विकास सत्र, मास्टरक्लास, तकनीकी मार्गदर्शन, जूरी मूल्यांकन तथा कार्यक्रम के तीसरे दिन आयोजित होने वाले “Investor Speed-Seeding Forum” के माध्यम से पूंजी-प्रदाताओं के साथ प्रत्यक्ष संवाद का अवसर मिलेगा।
अंतिम चरण में चयनित नवाचार MCW के ‘Solutions Exhibition Arena’ में नीति-निर्माताओं, उद्योग जगत, दानदाता संस्थाओं और अंतरराष्ट्रीय जलवायु नेटवर्क के समक्ष प्रस्तुत किए जाएंगे, जिससे पायलट परियोजनाओं, साझेदारियों और MoUs (समझौता ज्ञापन) के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
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