नई दिल्ली, 22 अगस्त (कृषि भूमि ब्यूरो):
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सख्त चेतावनी के बाद सरकार ने घटिया और नकली कीटनाशक व उर्वरक बनाने वाली कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने एचपीएम केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड का उत्पादन लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही कंपनी और उसके डीलरों के खिलाफ मध्य प्रदेश के तीन जिलों—विदिशा, देवास और धार—में एफआईआर दर्ज की गई है।
सैंपल जांच में मिली मिसब्रांडिंग
राजस्थान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट में कंपनी के उत्पाद क्लोरीमुरान इथाइल 25% WP में गंभीर गड़बड़ी सामने आई। जांच में पाया गया कि यह हर्बिसाइड मिसब्रांडेड है और किसानों की सोयाबीन फसलों को भारी नुकसान पहुँचा रहा है। इसके बाद कंपनी की दोनों उत्पादन इकाइयों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए। अब कंपनी अगले आदेश तक न तो उत्पादन कर सकेगी और न ही बिक्री व वितरण।
यह कार्रवाई इंसेक्टिसाइड एक्ट, 1968 की धारा 14 के तहत की गई है और कंपनी के खिलाफ आपराधिक धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
किसानों की शिकायतों से शुरू हुई कार्रवाई
मध्य प्रदेश के कई जिलों से किसानों ने शिकायत की थी कि HPM कंपनी का खरपतवार नाशक इस्तेमाल करने के बाद उनकी सोयाबीन फसलें बर्बाद हो गईं। शिकायतें सीधे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुँचीं। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कंपनी और उसके डीलरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके बाद सैंपल जब्त कर प्रयोगशालाओं में जांच की गई, जिसमें उत्पाद घटिया और मानकों से बाहर पाया गया। नतीजतन बचा हुआ स्टॉक सील कर दिया गया और उसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
डीलरों पर भी गिरी गाज
मध्य प्रदेश के जिन डीलरों ने किसानों को यह खराब गुणवत्ता वाला हर्बिसाइड बेचा, उनके लाइसेंस भी निलंबित कर दिए गए हैं। राज्य सरकार ने साफ किया है कि जब तक सभी जांच परिणाम नहीं आ जाते, एचपीएम कंपनी का विनिर्माण लाइसेंस निलंबित रहेगा।
सरकार का सख्त संदेश
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कहा है कि किसानों के साथ धोखा करने वाली किसी भी कंपनी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि ऐसी कंपनियों की पहचान कर उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें।
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी इस कार्रवाई की जानकारी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की और किसानों को भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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