नई दिल्ली, 22 अगस्त (कृषि भूमि ब्यूरो):
देशभर में मानसून (Monsoon) एक बार फिर सक्रिय हो गया है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार आज कई राज्यों में भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश, बिहार, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल के गंगेय क्षेत्र, गुजरात, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, पंजाब और सिक्किम में भी आगामी दो से तीन दिनों के दौरान तेज बारिश का पूर्वानुमान है।
Skymet Weather Services की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में देश के कई हिस्सों में मानसून की सक्रियता देखी जा रही है। मध्य और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों जैसे मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा में अगले 24 से 48 घंटों के भीतर मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। गुजरात, ओडिशा, झारखंड, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भी मानसून तेज हो गया है और यहां भारी बारिश का क्रम जारी रह सकता है। ओडिशा में हल्की से मध्यम वर्षा पहले से ही देखने को मिल रही है और Skymet के अनुसार यह सिलसिला कुछ और दिनों तक जारी रह सकता है।
दिल्ली-NCR, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, हालांकि Skymet ने स्पष्ट किया है कि इन क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता अन्य हिस्सों की तुलना में कम रहेगी और मौसम आंशिक रूप से शुष्क भी बना रह सकता है। मध्य भारत के क्षेत्रों में, विशेष रूप से मध्य प्रदेश और दक्षिणी राजस्थान में, भारी बारिश की चेतावनी दी गई है और नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है।
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे खराब मौसम को देखते हुए सावधानी बरतें। पहाड़ी और जलभराव वाले क्षेत्रों में यात्रा करने से बचें, ज़रूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें, और प्रशासन द्वारा जारी किसी भी चेतावनी या मार्गदर्शन का पालन करें। आगामी कुछ दिन कई इलाकों में चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं, खासकर उन जगहों पर जहां पहले से ही अधिक वर्षा हो चुकी है और ज़मीन की नमी अत्यधिक बढ़ गई है।
कुलमिलाकर, देश के पूर्वी, पूर्वोत्तर और मध्य हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक मानसून काफी सक्रिय रहने वाला है। सरकार और आपदा प्रबंधन विभागों ने सतर्कता बरतने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन ने भी संवेदनशील इलाकों में राहत टीमों को तैनात कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत निपटा जा सके।
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