उत्तर प्रदेश , सुल्तानपुर के रहनेवाले एक किसान ने दो विदेशी प्रजाति की मछलियों का पालन करके गांववालों को अपनी और आकर्षित किया है। 10 बिस्वा जमीन पर तालाब का निर्माण करके 6 से 7 महीने में लगभग 100 क्विंटल मछली का उत्पादन करते है।
सुल्तानपुर मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर मल्हीपुर गांव के रहने वाले रामानंद नंदलाल निषाद पिछले दो वर्षों से मछली पालन कर रहे है। उन्होंने मछलियों की देशी- विदेशी मिश्रित प्रजाति का पालन किया है। जो कम समय में अच्छे वजन के साथ तैयार हो जाती हैं। साथ ही बाजार में भी अच्छे दामों में बिकती है।
5500 वर्ग फीट पर करते हैं मछली पालन
आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए उन्होंने लगभग 10 बिस्वा यानि 5500 वर्ग फीट जमीन पर तालाब खुदवाया है। तालाब में पानी के इंतजाम के लिए उन्होंने बिजली से संचालित होने वाली मोटर को लगवाया है, जो हमेशा पानी की व्यवस्था करता है। इसके साथ ही पूरे तालाब के तल पर काले रंग का पालीथीन बिछाया है। जिसमें पानी रुके रहने की व्यवस्था की गई है।
मछलियों की प्रजातियां
रामानंद ने अपनी जमीन पर बनवाए गए तालाब में जिन मछली की प्रजातियों के बच्चों को डाला है उनमें फंगस (Fungus)और पंगेसियस (Pangasius) प्रजाति की मछलियां शामिल हैं। जो 6-7 माह में और कम लागत में तैयार हो जाती हैं।
योजना के तहत सब्सिडी
केंद्र सरकार ने मछली पालन कर रहे किसानों के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत कुछ वर्ष पूर्व की थी। जिसके तहत रामानंद ने आवेदन किया और 40% सब्सिडी का लाभ सरकार द्वारा प्राप्त किया। रामानंद ने बताया कि उनके इस प्रोजेक्ट में सुल्तानपुर मत्स्य विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा उनको मार्गदर्शन मिला।