इंदौर। सर्दियों के खत्म होते ही सब्जियों के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। जहां कुछ समय पहले तक हरी सब्जियां आसमान छू रहे दामों पर बिक रही थीं, अब वही जमीन पर आ गई हैं। जैसे-जैसे तापमान बढ़ा, वैसे ही मंडियों में सब्जियों की आवक भी तेज हो गई, जिससे कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, उज्जैन और इंदौर में बीते 15 दिनों से सब्जियों के दाम लगातार घट रहे हैं। इससे बाजारों में ग्राहकों की भीड़ भी बढ़ गई है।
थोक और खुदरा बाजार में सब्जियों के नए दाम
इंदौर के सब्जी व्यापारी कमल के अनुसार, “कुछ महीने पहले हरा मटर 50 रुपये किलो बिक रहा था, लेकिन अब इसकी कीमत थोक मंडी में 15 रुपये और रिटेल बाजार में 25 रुपये किलो हो गई है। इसी तरह, टमाटर जो 50 से 100 रुपये किलो के बीच बिक रहा था, अब 10 से 25 रुपये प्रति किलो के रेट पर मिल रहा है।”
इंदौर की सबसे बड़ी थोक सब्जी मंडी सोनवर्षा में सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। मंडी अध्यक्ष का कहना है कि तापमान बढ़ने से सब्जियों की उपलब्धता अधिक हो जाती है, जिससे उनके दाम गिर जाते हैं। उदाहरण के तौर पर, टमाटर अधिक मात्रा में पकने लगता है और फूलगोभी तेजी से तैयार हो जाती है, जिससे इनकी आपूर्ति बढ़ जाती है और कीमतें नीचे आ जाती हैं।
आलू-भिंडी ने बढ़ाया जायका, भाव भी हुआ किफायती
सब्जी व्यापारी सुरेश मांगे के मुताबिक, “गिलकी जो पहले 60-70 रुपये किलो बिक रही थी, अब 25-30 रुपये प्रति किलो मिल रही है। भिंडी, लौकी, बैगन और अन्य हरी सब्जियां भी सस्ती हो गई हैं। आलू भी अब महज 15 से 20 रुपये किलो के बीच उपलब्ध है।”
सब्जियों के सस्ते होने का कारण
सब्जी कारोबारी संदेश जैन का कहना है, “गर्मियों की शुरुआत में किसान खेतों की सफाई करते हैं और अनाज बेचकर अपनी जमीन खाली कर देते हैं, जिससे सब्जियों की आवक बढ़ जाती है और दाम गिरते हैं। हालांकि, मार्च के अंत तक इनकी कीमतों में फिर से इजाफा देखने को मिल सकता है।”
फिलहाल, आम जनता के लिए यह राहत भरी खबर है कि ताजे और सस्ते सब्जियों का स्वाद वे भरपूर उठा सकते हैं।