शिवराज के उत्तराधिकारी के आने से मध्य प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ आने के आसार

मध्य प्रदेश में राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव हो रहे हैं क्योंकि लोग पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जगह लेने के लिए एक नए नेता की तलाश कर रहे हैं। चर्चा है कि अगर शिवराज राष्ट्रीय राजनीति में जाते हैं तो बुधनी विधानसभा सीट पर चुनाव संभव है। फोकस इस बात पर है कि बुधनी से शिवराज की जगह कौन उम्मीदवार बनेगा। लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज अब राष्ट्रीय संसद में सीट के लिए चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। कई लोगों का मानना ​​है कि वह आसानी से जीत जाएंगे। इससे यह चर्चा तेज हो गई है कि शिवराज के हटने के बाद बुधनी में विधायक की कमान कौन संभालेगा। कुछ लोग सोचते हैं कि यह उनका बेटा कार्तिकेय हो सकता है, लेकिन पार्टी और अपने पिता के प्रति उनकी वफादारी उनके लिए एक चुनौती हो सकती है।
क्या कहता है मौजूदा सियासी समीकरण?
शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले के जैत गांव के रहने वाले हैं और वर्तमान में मुख्यमंत्री हैं। वह कई बार बुधनी सीट से विधान सभा सदस्य (एमएलए) चुने गए हैं। उन्होंने पूर्व में विदिशा संसदीय सीट का भी प्रतिनिधित्व किया था। शिवराज अब यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि अगर वह आगामी चुनाव में विदिशा सीट जीतते हैं तो बुधनी सीट पर उनका कोई करीबी ही कब्जा करेगा। बुधनी में शिवराज का विकल्प ढूंढने की चर्चा बीजेपी पार्टी के अंदर चल रही है।
पार्टी, पिता और परिवारवाद बन सकता है मुसीबत:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते रहते हैं कि कांग्रेस और अन्य पार्टियां अपने परिवार के सदस्यों को नौकरियां और अवसर दे रही हैं। शिवराज समेत बीजेपी पार्टी का भी मानना ​​है कि परिवार के सदस्यों को राजनीतिक पद विरासत में मिलना उचित नहीं है। इसीलिए शिवराज अपने बेटे को अपने नक्शेकदम पर चलने से झिझक रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का मानना ​​है कि भाजपा नेताओं के बच्चों के लिए राजनीति में रहना ठीक है अगर वे पहले से ही इसमें शामिल हैं।

शिवराज के बेटे कार्तिकेय पिछले कुछ समय से बुधनी में राजनीति कर रहे हैं। यहां तक ​​कि जब शिवराज वहां नहीं पहुंच सके तो उन्होंने वहां चुनाव प्रचार का प्रबंधन भी किया। अगर पार्टी के लोगों की बात सच है तो विदिशा में शिवराज के बाद कौन कमान संभालेगा, इसकी योजना भी बीजेपी नेताओं ने पहले ही बना ली है। माना जा रहा है कि जब बुधनी में उपचुनाव होगा तो शिवराज नया उम्मीदवार चुनने में मदद करेंगे।  कई लोगों का मानना ​​है कि बुधनी में कार्यकर्ताओं की इच्छा के आधार पर कार्तिकेय सिंह को चुना जाएगा।  लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के लिए हमें 4 जून तक इंतजार करना होगा, इससे पहले कि हम निश्चित रूप से जान सकें कि शिवराज का क्या होगा और बुधनी में उनकी जगह कौन लेगा।

शेयर :

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें

ताज़ा न्यूज़

विज्ञापन

विशेष न्यूज़

Stay with us!

Subscribe to our newsletter and get notification to stay update.

राज्यों की सूची